Lucknow News: आज दोपहर उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ (Lucknow) में हजरतगंज (Hazratganj) पुलिस ने एक बड़ी घटना होने से रोक लिया है। आज दोपहर में यूपी के ही पीलीभीत (Pilibhit) जनपद से आये पांच लोगों ने विधानसभा के सामने पेट्रोल का डिब्बा लेकर आत्महत्या करने के इरादे से पहुंच गए थे। वह अपने ऊपर पेट्रोल छिड़ककर आग लगाने जा ही रहे थे कि इसी बीच वहां मौजूद पुलिस कर्मियों ने उन्हें रोक लिया। उसके बाद तुरंत इस घटना की सूचना स्थानीय पुलिस को दी। मौका-ए-वारदात पर पहुंची हजरतगंज थाने की पुलिस ने सभी लोगों को हिरासत में ले लिया है।
पीड़ितों ने बतायी आपबीती
इस घटना के बाद पुलिस उन सभी लोगों को अपने साथ थाने लेकर गयी जहां उनसे पूछताछ की गयी। पूछताछ में पीड़ितों ने अपनी आपबीती सुनाई। अपने ही गांव के कुछ दबंगों पर सगे भाई की हत्या, बहन से मारपीट और उसके साथ जबरन दुष्कर्म का प्रयास, बन्दूक लेकर जान से मारने की धमकी समेत अन्य कई गंभीर आरोप लगाए है।
पुलिस ने बताया पूरा मामला
पुलिस ने इस मामले की जानकारी देते हुए बताया कि पीलीभीत से आए पीड़ित परिवार ने बताया है कि सितम्बर माह में उसके भाई से घर में बुरी तरह मारपीट की गई थी। जब पीड़ितों ने इस घटना की सूचना 112 पर दी तो पुलिस ने उल्टा पीड़ित को ही थाने में तीन दिन बैठा कर रखा। इसके बाद आरोपियों ने जाकर उसके भाई को थाने से निकलवाया और उसकी निर्मम हत्या कर दी। सिर्फ इतना ही नहीं हत्या के बाद शव को पेड़ से लटका दिया।
इस मामले में जब परिवार ने पुलिस से शिकायत करने का प्रयास किया तो आरोपी ने बीते महीने की 8 तारीख को जबरदस्ती घर में घुस कर सभी लोगों पर तमंचा लगा दिया उसके बाद सभी से मारपीट की। सिर्फ इतना ही नहीं बहन के कपड़े फाड़ दिए और उससे दुष्कर्म करने का भी प्रयास किया। आरोपी ने लगातार पीड़ित परिवार पर समझौते का भी दबाव बना रहे हैं। साथ ही उन्हें धमका भी रहे हैं और उनसे पैसों की मांग भी कर रहे हैं। पीड़ित ने जानकारी दी कि एक आरोपी अपने आप को वकील बताता है। पीड़ितों ने पुलिस पर भी लापरवाही का आरोप आरोप लगाया है।
पीलीभीत पुलिस को किया तलब
पूरे मामले की जानकारी होने के बाद तत्काल SHO हजरतगंज विक्रम सिंह ने पीलीभीत पुलिस (Pilibhit Police) की एक टीम को लखनऊ बुलाया है। उसके बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी। आपको बता दें कि आज से पहले भी कई बार पीड़ित न्याय मांगने के लिए CM आवास से लेकर विधानसभा के सामने पहुंच जाते हैं और आक्रोश में आकर घातक कदम उठा लेते है। कई पीड़ितों ने CM तक से शिकायत की तो उनमें कई लोगों ने आत्महत्या का प्रयास किया था। पिछले महीने ही में एक महिला ने भी खुद के ऊपर पेट्रोल डालकर आग लगा ली थी। इसके बाद में इलाज के दौरान उसकी अस्पताल में मृत्यु हो गई।
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