Lucknow News: उत्तर प्रदेश विजिलेंस विभाग ने मंगलवार को एक बड़ी कार्रवाई करते हुए कंस्ट्रक्शन एंड डिज़ाइन सर्विसेज़ (CNDS) के पांच इंजीनियरों के ऑफिस और घरों पर छापेमारी की है। यह छापेमारी आय से अधिक संपत्ति के मामले में की गई है। अब तक विजिलेंस विभाग सीएनडीएस के अधिकारियों के खिलाफ 11 एफआईआर दर्ज कर चुका है।
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पांच अफसरों के घरों पर एक साथ छापा
विजिलेंस की पांच टीमें एक साथ इन इंजीनियरों के घरों पर पहुंचीं और कार्रवाई शुरू की। छापेमारी गोमतीनगर, इंदिरानगर और विकासनगर स्थित अफसरों के घरों पर की जा रही है। आरोप है कि इन अधिकारियों ने आय से अधिक संपत्ति अर्जित की है। इस मामले की गोपनीय जांच पिछले कुछ महीनों से चल रही थी, जो अब पूरी हो चुकी है और इसके बाद विजिलेंस की टीमों ने छापेमारी शुरू कर दी है।
जिन अफसरों पर छापेमारी की गई, उनके नाम इस प्रकार है
- सहायक अभियंता और प्रोजेक्ट मैनेजर राघवेन्द्र कुमार गुप्ता
- अधीक्षण अभियंता सत्यवीर सिंह चौहान
- अधीक्षण अभियंता अजय रस्तोगी
- परियोजना प्रबंधक और सहायक अभियंता कमल कुमार खरबंदा
- सहायक अभियंता और प्रोजेक्ट मैनेजर कृष्ण कुमार पटेल
महत्वपूर्ण दस्तावेजों की बरामदगी
विजिलेंस की टीमों ने इन अधिकारियों के घरों और ऑफिस में तलाशी अभियान जारी रखा है। छापेमारी के दौरान टीम को कई महत्वपूर्ण दस्तावेज भी मिले हैं, हालांकि, अभी तक विजिलेंस अधिकारियों की ओर से इन दस्तावेजों के बारे में कोई आधिकारिक जानकारी नहीं दी गई है। इस कार्रवाई से संबंधित अन्य जानकारी के खुलासे की उम्मीद है।
पहले भी हो चुकी हैं कार्रवाईयां
यह पहली बार नहीं है जब विजिलेंस ने सीएनडीएस अधिकारियों पर शिकंजा कसा है। इससे पहले भी आय से अधिक संपत्ति के मामले में 11 मामलों में एफआईआर दर्ज की जा चुकी हैं। मंगलवार को हुई यह छापेमारी अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई मानी जा रही है। इन छापों के बाद अधिकारियों के बीच हड़कंप मच गया है।
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बड़ी कार्रवाई के है संकेत
विजिलेंस की टीम ने इन इंजीनियरों के ठिकानों पर जो छानबीन की है, उसमें कई अहम जानकारियां मिलने की संभावना जताई जा रही है। हालांकि, फिलहाल विजिलेंस अधिकारी इस संबंध में कोई बयान देने से बच रहे हैं। इस कार्रवाई के बाद भ्रष्टाचार के खिलाफ सरकारी प्रयासों को एक और बढ़ावा मिला है।
इस छापेमारी के बाद प्रदेश में भ्रष्टाचार के खिलाफ विजिलेंस की ओर से और भी सख्त कार्रवाई की उम्मीद की जा रही है। यह कार्रवाई इस बात का संकेत देती है कि आने वाले समय में ऐसे मामलों में और तेजी लाई जा सकती है। विजिलेंस विभाग की यह कार्रवाई उत्तर प्रदेश में सरकारी विभागों में व्याप्त भ्रष्टाचार के खिलाफ एक बड़ी मुहिम के तौर पर देखी जा रही है। सीएनडीएस के अधिकारियों के खिलाफ इस तरह की कार्रवाई से साफ संकेत मिलता है कि भ्रष्टाचार के मामलों में और भी कड़े कदम उठाए जाएंगे।