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बिहार: लोकसभा चुनाव में मोदी सरकार को सत्ता से बेदखल करने के लिए नया कुनबा तैयार किया जा रहा है। इसके लिए बड़ी बैठक का आयोजन किया गया। पटना में 15 विपक्षी दल जुटे है, बैठकमें ममता बनर्जी, अरविंद केजरीवाल, भगवंत मान, एमके स्टालिन समेत छह राज्यों के सीएम और अखिलेश यादव, उद्धव ठाकरे, महबूबा मुफ्ती समेत 5 राज्यों के पूर्व सीएम शामिल हुए. इसके अलावा राहुल गांधी और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे भी शामिल हुए. बैठक में 2024 के लोकसभा चुनाव और पीएम नरेंद्र मोदी और बीजेपी को सत्ता से हटाने को लेकर रणनीति पर चर्चा हुई है।
बीजेपी ने साधा निशाना
लोकसभा चुनाव के लिए बीजेपी की मोर्चाबंदी चल रही है, विपक्ष को आस है कि अगर सब दल एक साथ आए तो बीजेपी को सत्ता के सिंघासन से उखाड़ फेंका जा सकता है। हालांकि पटना में होने वाली बैठक को बीजेपी सीरियस नहीं ले रही है और इस बैठक पर लगातार तंज कस कर निशाना साध रही है। बीजेपी का कहना है कि विपक्ष चाहे कुछ भी कर ले लेकिन बीजेपी को रोक नहीं पाएगी।
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अमित शाह का बड़ा दावा
जम्मू-कश्मीर के दौरे पर गए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि विपक्ष किसी भी सूरत-ए-हाल में बीजेपी को रोक नहीं पाएगी और आगामी लोकसभा 2024 के चुनाव में बीजेपी फिर से 300 के पार सीट लाकर जनता मोदी को फिर से प्रधानमंत्री बनाएगी।
सीटों का कैसे होगा बंटवारा?
पटना में हुई विपक्ष की बैठक पर सबसे बड़ा सवाल ये उठता है कि आखिर समझौता कौन करेगा क्षेत्रीय दल या फिर राष्ट्रीय दल क्योंकि जिस तरह से बैठक के बाद अखिलेश यादव का बयान सामने आया है उसमें उन्होंने कहा है कि जिस भी राज्य में क्षेत्रीय पार्टी मजबूत हो उसके नेतृत्व में वहां से चुनाव लड़ा जाए अखिलेश के मंसूबे साफ है कि यूपी में कोई गठबंधन बनेगा तो उसके अगुआकार अखिलेश ही बनेंगे ऐसे में बड़ी बात ये है कि अलग-अलग राज्यों में सीटों पर बंटवारा आखिर कैसे होगा?