लोकसभा चुनाव: जानें सुब्रत पाठक का राजनीतिक सफर

Laxmi Mishra
By Laxmi Mishra

लोकसभा चुनाव 2024: आने वाले लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर सभी की नजरें बनी हुई हैं कि कौन कितना दांव मारेगा यह तो अभी तय नहीं किया जा सकता मगर चुनाव को लेकर जोरशोर की तैयारियां शुरू हो गई हैं। बता दे कि लोकसभा चुनाव 2024 के लिए अभी से सभी दलों ने तैयारी शुरू कर दी हैं और अपनी-अपनी रणनीति बनाने में जुट गए हैं। वहीं अगर देखा जाए तो लोकसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश की राजनीति की सबसे बड़ी अहमियत होती है, क्योंकि यूपी में बाकी राज्यों के मुकाबले सबसे अधिक यानि की 80 सीटें हैं।

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जानें सुब्रत पाठक का कैरियर

कन्नौज लोकसभा से भाजपा सांसद और प्रदेश महामंत्री सुब्रत पाठक एक भारतीय राजनीतिज्ञ हैं। वह भारतीय जनता पार्टी यूथ विंग भारतीय जनता युवा मोर्चा के पूर्व अध्यक्ष भी थे। वहीं बात करें अगर सुब्रत के राजनीतिक सफर की तो वह भारतीय जनता पार्टी के सदस्य के रूप में 2019 के भारतीय आम चुनाव में डिंपल यादव को हराकर यूपी के कन्नौज से भारत की संसद के निचले सदन लोकसभा के लिए चुने गए थे। वहीं वर्तमान में सुब्रत पाठक भारतीय जनता पार्टी, उत्तर प्रदेश के महासचिव हैं।

सुब्रत पाठक कन्नौज लोकसभा से भाजपा सांसद और प्रदेश महामंत्री और एक भारतीय राजनीतिज्ञ हैं। वह भारतीय जनता पार्टी के सदस्य के रूप में 2019 के भारतीय आम चुनाव में डिंपल यादव को हराकर उत्तर प्रदेश के कन्नौज से भारत की संसद के निचले सदन लोकसभा के लिए चुने गए थे।

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सुब्रत पाठक का पारिवारिक जीवन

कन्नौज लोकसभा से भाजपा सांसद और प्रदेश महामंत्री सुब्रत पाठक का जन्म 30 जून 1979 में भारत के उत्तर प्रदेश के कन्नौज जिला में हुआ था, इनके पिता का नाम ओम प्रकाश पाठक और माता का नाम सरोज पाठक है। सुब्रत पाठक का विवाह नेहा पाठक के साथ हुआ है। इनके 2 बेटे हैं और यह ब्राह्मण परिवार से संबंध रखते हैं। यह पेशे से व्यवसायी हैं।

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वहीं अगर बात करें सम्पत्ति की तो इनके पास लगभग कुल 5 करोड़ की सम्पत्ति है। वहीं इनपर तीन करोड़ की दीनदारियां हैं। वहीं इनपर 9 मुकदमें दर्ज हैं। वहीं बताया यह भी गया है कि सुब्रत पाठक की कोई राजनीतिक पृष्ठभूमि नहीं है। संसद सदस्य बनने से पहले, उन्होंने भारतीय जनता पार्टी के राज्य मंत्री के रूप में भी कार्य किया। उन्होंने भाजपा की युवा शाखा, भारतीय जनता युवा मोर्चा (BJYM) के राज्य अध्यक्ष के रूप में भी कार्य किया।

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सुब्रत पाठक की शिक्षा

सुब्रत पाठक ने 12 वीं तक की पढ़ाई अपने गृह राज्य से की और BA की शिक्षा छत्रपति शाहूजी महाराज विश्वविद्यालय कानपुर के सुंदरलाल मेमोरियल पोस्ट ग्रेजुएशन कॉलेज कन्नौज से पूरी की थी। इनती शैक्षिक योग्यता एमए हैं। यह अपने कॉलेज के दिनों से राजनीति में सक्रिय रहे हैं। इन्होंने 2009 में 15 वीं लोकसभा का चुनाव लड़ा लेकिन इन्हें हार मिली। वर्तमान में यह उत्तरप्रदेश के कन्नौज से 17 वीं लोकसभा के सदस्य हैं। इन्होंने 23 मई 2019 को पदभार ग्रहण किया।

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सुब्रत पाठक का राजनीतिक सफर

आपको बतादें कि कन्नौज लोकसभा से भाजपा सांसद सुब्रत पाठक भारतीय जनता युवा मोर्चा के अध्यक्ष रहे। इसके बाद बीजेपी के यूपी संगठन में वह प्रदेश महासचिव बनाए गए। सुब्रत ने 2009 के चुनाव में अखिलेश यादव के सामने चुनाव की ताल ठोंकी थी, मगर उन्हें भारी हार का सामना करना पड़ा था। तब चुनाव में अखिलेश को 3, 37751 और सुब्रत को 1,50,872 वोट मिले थे।

जिसके बाद भाजपा ने सुब्रत पाठक को 2014 के चुनाव में भी कन्नौज से उम्मीदवार बनाया था लेकिन उस समय चुनाव में विपक्ष यानि की सपा पार्टी से डिंपल यादव थी मगर उन्हें भी चुनाव हार का सामना करना पड़ा था। हालांकि उन्होंने डिंपल को कड़ी टक्कर दी थी और उन्हें कुल 4,69,257 वोट मिले थे और डिंपल यादव को 4,89, 164 वोट। इस चुनाव में डिंपल ने सुब्रत को 19907 मतों के अंतर से हरा दिया था।

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वहीं 2019 के चुनाव में एक बार फिर सुब्रत पाठक विपक्ष डिंपल के खिलाफ बीजेपी उम्मीदवार बने। इस बार उन्होंने 12353 वोटों से उन्हें पराजित कर दिया। जिसके चलते सुब्रत के जरिए बीजेपी समाजवादी पार्टी का यह गढ़ भेदने में कामयाब हो गई। इस चुनाव में सुबत पाठक को जहां 563087 वोट मिले। वहीं निर्वतमान सांसद डिंपल यादव को 550734 मत मिले। यह जमीन से जुड़े राजनेता हैं। जनता के मध्य इनकी सकारात्मक छवि बनी हुई है और क्षेत्र के लोगों का इन्हें काफी सहयोग प्राप्त है।

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