लखनऊ संवाददाता: मोहम्मद कलीम
- फाइलों से महत्वपूर्ण दस्तावेज गायब कर कार्य प्रभावित का भी आरोप।
लखनऊ: एलडीए उपाध्यक्ष डॉ. इन्द्रमणि त्रिपाठी ने नामांतरण के नाम पर आवंटी से धन उगाही करने वाले कनिष्ठ लिपिक अरविंद कश्यप को निलंबित कर दिया। उस पर सम्पत्ति की फाइलों से महत्वपूर्ण दस्तावेज गायब करके आवंटियों का कार्य प्रभावित करने का भी आरोप है। आवंटियों ने जनता अदालत समेत विभिन्न फोरम में शिकायत भी की थी। उपाध्यक्ष ने मामले को गंभीरता से लेते हुए बाबू को तत्काल प्रभाव से निलम्बित कर दिया। साथ ही उसके खिलाफ विभागीय जांच के आदेश दिये हैं।
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अरविंद कश्यप के खिलाफ शिकायत की
अपर सचिव ज्ञानेन्द्र वर्मा ने बताया कि आवंटी चेतन सक्सेना ने कनिष्ठ लिपिक अरविंद कश्यप के खिलाफ शिकायत की थी। चेतन सक्सेना के मुताबिक अरविंद ने जानकीपुरम योजना के सेक्टर-जी स्थित भवन संख्या एलआईजी-45 का नामांतरण कराने के नाम पर उनसे ऑनलाइन म्यूटेशन फीस जमा कराने के साथ ही पूरा काम कराने के एवज में 20 हजार रूपये की मांग की थी।
झांसा देकर धन उगाही की
आरोप है कि बतौर पेशगी 10 हजार रूपये वसूलने के बाद भी अरविंद कश्यप ने उनका काम नहीं करवाया। जांच में पाया गया कि तत्समय के कार्य विभाजन के अनुसार अरविंद कश्यप द्वारा सेक्टर-जी का कार्य देखा भी नहीं जा रहा था। इसके बावजूद अरविंद कश्यप ने चेतन सक्सेना को अनर्गल रूप से उनका काम कराने का झांसा देकर धन उगाही की।
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विभागीय जांच के आदेश दिए
इसके अलावा अरविंद कश्यप द्वारा सम्पत्ति की फाइलों से महत्वपूर्ण दस्तावेज गायब करने की शिकायतें भी प्राधिकरण दिवस व जनता अदालत समेत विभिन्न फोरम में मिल रही थीं। इससे आवंटियों का कार्य प्रभावित हो रहा था और प्राधिकरण की छवि भी धूमिल हो रही थी। शिकायतों पर विशेष कार्याधिकारी देवांश त्रिवेदी को प्रारंभिक जांच सौपीं गयी थी। इसमें प्रथम दृष्ट्या दोषी पाये जाने पर उपाध्यक्ष डॉ, इन्द्रमणि त्रिपाठी ने कनिष्ठ लिपिक अरविंद कश्यप को तत्काल प्रभाव से निलम्बित करते हुये विभागीय जांच के आदेश दिये हैं। विशेष कार्याधिकारी प्रिया सिंह को जांच अधिकारी नामित किया गया है। उन्हें 15 दिन में विस्तृत जांच करके रिपोर्ट देनी होगी।