Kota Murder: राजस्थान के कोटा जिले के कनवास कस्बे में रविवार को एक कंप्यूटर मैकेनिक संदीप शर्मा की चाकू मारकर हत्या कर दी गई। यह विवाद महज कुर्सी पर बैठने को लेकर शुरू हुआ था, लेकिन आरोपी अतीक ने इस मामूली झगड़े को हिंसक बना दिया और संदीप को चाकू से वार कर मौत के घाट उतार दिया। हत्या के बाद इलाके में भारी तनाव फैल गया।
सड़क जाम, आगजनी और दुकान में तोड़फोड़
बताते चले कि, संदीप शर्मा की हत्या के बाद गुस्साए लोगों ने सड़क पर उतरकर प्रदर्शन किया। नाराज भीड़ ने सड़क जाम कर दी और हंगामा शुरू कर दिया। एक दुकान में आग लगा दी गई और आरोपी के घर पर भी आग लगाने की कोशिश की गई। हिंसा की ये घटनाएं इलाके में तनाव को और गहरा कर गईं।
हत्या को बताया गया सांप्रदायिक
हत्या के आरोपी अतीक के बारे में जानकारी सामने आई है कि वह एक आदतन अपराधी है और पहले भी कई आपराधिक मामलों में लिप्त रहा है। संदीप की हत्या ने घटना को सांप्रदायिक रंग दे दिया, जिससे दो समुदायों के बीच तनाव और बढ़ गया। इस बीच, हालात को नियंत्रित करने के लिए पुलिस और प्रशासन को मौके पर तैनात किया गया।
अवैध निर्माण पर चला बुलडोजर
प्रदर्शन कर रहे लोगों ने अधिकारियों से आरोपी अतीक के घर को अवैध अतिक्रमण बताते हुए उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की। प्रशासन ने मामले की गंभीरता को समझते हुए त्वरित कार्रवाई करते हुए बुलडोजर मंगवाया और दो घंटे तक चली कार्रवाई में आरोपी का मकान पूरी तरह गिरा दिया गया।
प्रशासन से की गई सख्त सजा की मांग
संदीप शर्मा की हत्या से आक्रोशित लोगों ने दोषियों को कड़ी सजा देने की मांग की है। साथ ही हिंसा में जिन दुकानों को नुकसान पहुंचा है, उनके मालिकों को उचित मुआवजा देने की भी प्रशासन से अपील की गई है। घटना के बाद प्रशासन लगातार स्थिति पर नजर बनाए हुए है और हालात को नियंत्रण में बताया जा रहा है।
इलाके में अभी भी तनाव
देर शाम के बाद से इलाके में कोई नई हिंसा की घटना सामने नहीं आई है, लेकिन तनावपूर्ण माहौल बना हुआ है। पुलिस को अलर्ट मोड में रखा गया है और आरोपी अतीक की गिरफ्तारी के लिए लगातार दबिश दी जा रही है। फिलहाल आरोपी फरार है, लेकिन पुलिस टीम उसकी तलाश में जुटी हुई है। इलाके में शांति बनाए रखने के लिए अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है।
यह घटना न सिर्फ कानून-व्यवस्था पर सवाल खड़े करती है, बल्कि यह भी दर्शाती है कि किस तरह मामूली विवाद भी अगर समय रहते नहीं सुलझाए जाएं तो वे सांप्रदायिक रूप ले सकते हैं। अब पूरे प्रदेश की नजरें कोटा के कनवास कस्बे पर टिकी हैं, जहां पुलिस और प्रशासन की सक्रियता से हालात सामान्य बनाने की कोशिश की जा रही है।