जानें क्यों मनाया जाता हैं डॉक्टर डे, आखिर कौन थे बीसी रॉय…

Shobhna Rastogi
By Shobhna Rastogi

NATIONAL DOCTORS DAY2023: चिकित्सकों के बिना इस दुनिया की कल्पना नहीं की जा सकती है ,इसलिए डॉक्टर के प्रति सम्मान प्रदर्शित करने के लिए हर साल 1 जुलाई को नेशनल डॉक्टर्स डे मनाया जाता है। यह दिन जीवन बचाने वाले डॉक्टरों के प्रति अपना प्यार और सम्मान व्यक्त करने के लिए साथ ही सभी डॉक्टरों और स्वास्थ्य कर्मियों के लिए खुशी मनाने का दिन है, जो बड़े स्तर पर समाज की सेवा कर रहे हैं।

कोई बच्चा जब धरती पर जन्म लेता है तो वह एक डॉक्टर ही हैं जो मां के गर्भ से बच्चे को इस दुनिया में लाते हैं। जैसे-जैसे बच्चा बड़ा होता है, उसके शरीर में बदलाव शुरू होते हैं। इन सब बदलावों, समाज व लाइफस्टाइल का असर इंसान के स्वास्थ्य पर पड़ता है। एक डॉक्टर ही शारीरिक, मानसिक तकलीफ से ग्रसित इंसान के सभी दर्द और रोगों का निवारण करता है।

इसलिए भारत में डॉक्टर को भगवान का दर्जा दिया गया है। डॉक्टरों के इसी सेवा भाव, जीवन रक्षा के लिए किए जा रहे प्रयासो और उनके काम को सम्मान देने के लिए ही राष्ट्रीय चिकित्सक दिवस मनाया जाता है। ये दिन डॉक्टरों को धन्यवाद देने का होता है। लेकिन क्या आपको पता हैं कि राष्ट्रीय चिकित्सक दिवस मनाने की शुरुआत पहली बार कब और कैसे हुई ? जानिए राष्ट्रीय चिकित्सक दिवस मनाने की वजह, इतिहास और इस साल की थीम।

राष्ट्रीय चिकित्सक दिवस क्या है? इतिहास

देश में डॉक्टर्स डे मनाने की शुरुआत 1 जुलाई 1991 को गई थी। महान चिकित्सक शिक्षाविद और बंगाल के दूसरे मुख्यमंत्री डॉ. बिधान चंद्र रॉय के सम्मान में मनाया जाता है। जन्म 1 जुलाई 1882 को बिहार के पटना में हुआ था। इतना ही नहीं 1 जुलाई 1962 को ही डॉ बिधान का निधन हुआ था। इसी वजह से इनके तमाम योगदान को सम्मान देने के लिए हर साल 1 जुलाई का दिन ‘डॉक्टर्स डे’के रूप में मनाया जाता है। इनके जन्मदिन और पुण्यतिथि के दिन पर ही इनकी याद में हर चिकित्सक को सम्मान देने के लिए 1 जुलाई को राष्ट्रीय चिकित्सक दिवस मनाने की घोषणा की गई।

कौन थे डॉ बिधान चंद्र राय

बता दें कि डॉ बिधान चंद्र राय बंगाल के दूसरे मुख्यमंत्री थे। यह एक चिकित्सक भी थे, जिनका चिकित्सा के क्षेत्र में बहुत बड़ा योगदान था। डॉ. बिधान चंद्र रॉय ने जादवपुर टीबी मेडिकल संस्थान की स्थापना में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। यह भारत के उपमहाद्वीप में पहले चिकित्सा सलाहकार के तौर पर प्रसिद्ध हुए। 4 फरवरी, 1961 को डॉ बिधान चंद्र रॉय को भारत रत्न से भी नवाजा गया। इन्होंने मानवता की सेवा में अभूतपूर्व योगदान दिया और इसी के कारण केंद्र सरकार ने राष्ट्रीय चिकित्सक दिवस को मान्यता दी और राष्ट्रीय चिकित्सक दिवस की शुरुआत की।

राष्ट्रीय चिकित्सक दिवस 2023 की थीम

हर साल राष्ट्रीय चिकित्सक दिवस अलग-अलग थीम के साथ मनाई जाती है। ऐसे में इस बार की थीम “फैमिली डॉक्टर्स ऑन द फ्रंट लाइन” रखा गया है।

राष्ट्रीय चिकित्सक दिवस का महत्व

राष्ट्रीय चिकित्सक दिवस डॉक्टर्स को उनके कर्तव्यों, महत्व और योगदान के लिए धन्यवाद व सम्मान देने के लिए मनाया जाता है। बच्चे के जन्म से लेकर हेल्दी लाइफस्टाइल जीने तक में डॉक्टर्स की भूमिका बहुत ही खास होती है।

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