Mohan Yadav: पांच राज्यों में मिली प्रचंड जीत के बाद सीएम के नामों पर भाजपा ने कयास लगा रखा था, लेकिन अब धीरे-घीरे कर के एक-एक राज्य के सीएम के नाम की घोषणा की जा रही है। इसी कड़ी में आज भाजपा ने मध्यप्रदेश के नए सीएम पद के नाम का ऐलान कर दिया है। राज्य के नए सीएम पद के लिए मोहन यादव के नाम पर मुहर लगाई गई है।
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मोहन यादव ने पूर्व सीएम की लिया आशीर्वाद
बता दे कि नए पद के नाम की चर्चा के लिए विधायक दल की बैठक बुलाई गई थी, जिसमें नए पद के लिए डॉ.मोहन यादव का नाम चुना गया। जैसे ही बैठक में डॉ.मोहन यादव के सीएम बनने का ऐलान हुआ, वैसे ही मंच पर पहुंचे और पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान के पांव छुए। जिसके बाद शिवराज सिंह ने आत्मीयता के साथ सिर पर हाथ रखकर उन्हें आशीर्वाद दिया। डॉ.मोहन राज्य में बीजेपी का बड़ा ओबीसी चेहरा हैं। उनके नाम की घोषणा संभवतः 2024 के लोकसभा चुनाव को देखते हुए की गई है। मोहन यादव की शैक्षणिक योग्यता पीएचडी है। वह 2020 में उन्हें शिक्षा मंत्री की जिम्मेदारी दी गई थी और 2023 तक वह इस पद पर रहे।
मोहन यादव का राजनीतिक सफर
अगर मोहन यादव के राजनीतिक सफर की बात करें तो 58 वर्षीय मोहन यादव के राजनीतिक सफर की शुरुआत 1984 से हुई। उन्होंने अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद को ज्वाइन किया। वह आरएसएस के भी सदस्य हैं। इसके साथ ही उन्होंने 2013 में उज्जैन दक्षिण से चुनाव लड़ा था और लगातार तीसरे चुनाव में यहां से विधायक निर्वाचित हुए हैं। इस बार उन्होंने कांग्रेस के प्रत्याशी चेतन प्रेमनारायण यादव को 12941 वोटों से हराया था। मोहन यादव को 95699 वोट मिले थे।
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सीएम दौड़ में नाम नहीं फिर भी मिल गई राज्य की कमान
मध्यप्रदेश में सीएम पद के लिए मोहन यादव के नाम की घोषणा किसी आश्चर्य से कम नहीं है। दरअसल, राज्य में सीएम पदल की दौड़ में उनका नाम और निशान ही नही था। लेकिन विधायक दल की बैठक में उनके नाम की घोषणा की गई। वह 2004 से पहले 2010 तक उज्जैन विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष रहे हैं, जबकि 2011 से 2013 तक एमपी राज्य पर्यटन विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष की जिम्मेदारी संभाली है।
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