आप उन लोगों में से हैं, जो डार्क चॉकलेट पसंद करते हैं, तो आपके लिए एक अच्छी खबर है। अब आप अपनी पसंदीदा डार्क चॉकलेट का लुत्फ उठा सकते हैं, और इसके साथ ही अपने स्वास्थ्य का भी पूरा ध्यान रख सकते हैं।

Dark Chocolate Benefits: शायद ही कोई ऐसा होगा, जिसे चॉकलेट खाना पसंद न हो। बच्चा हो या बड़ा, सभी बड़ा आनंद लेकर चॉकलेट खाते हैं। जो लोग डार्क चॉकलेट को पसंद करते हैं उनके लिए यहां कुछ मजेदार है! क्या आपको पता है कि स्वाद ही नहीं शरीर की इम्यूनिटी बढ़ाने में मददगार हो सकती है। डार्क चॉकलेटकोको में पाए जाने वाले फ्लेवनॉयड्स बेहद शक्तिशाली प्रतिरोधक और सूजन रोधी होते हैं, जो दिमाग, हृदय तथा अन्य अंगों के लिए लाभकारी होते हैं। कुछ अध्ययनों के मुताबिक डार्क चॉकलेट हार्ट को हेल्दी बनाती है और ब्रेन फंक्शन को सक्रिय करती है। वहीं डार्क चॉकलेट शरीर में सेरोटोनिन और इंडोरफिंस हार्मोन को बढ़ा देती है, जिसके कारण शरीर को रिलेक्स मिलता है और इंसान खुशमिजाज रहता है।
दिल के लिए फायदेमंद…

हाल ही में अमेरिका के बेलर कॉलेज ऑफ मेडिसिन द्वारा किए गए एक अध्ययन से पता चला है कि हफ्ते में कम से कम एक बार चॉकलेट खाने से दिल की बीमारियों से बचा जा सकता है। एक नए शोध में यह भी पाया गया है, कि चॉकलेट में मौजूद पोषक तत्व अच्छे कोलेस्ट्रॉल के स्तर को बढ़ाने में मदद करते हैं।
ब्लड प्रेशर को कम करता…

एचटीकी खबर के मुताबिक अपोलो स्पेक्ट्रा अस्पताल मुंबई में डायटीशियम डॉ जीनल पटेल ने बताया कि डार्क चॉकलेट में मौजूद फ्लेवेनॉएड ब्लड प्रेशर के मैनेज करता है, और दिल से संबंधित बीमारियों के जोखिम को कम करता है। हालांकि इसका कम सेवन फायदेमंद है।
डिप्रेशन का इलाज…

डार्क चॉकलेट के खाने से जुड़े आनंद के अलावा, ये डिप्रेशन के खतरे को कम करने से भी मदद कर सकता है।
डायबिटीज का इलाज…

डार्क चॉकलेट में पॉलीफेनोल होता है, जो एक नेचुरल रूप से पाया जाने वाला कंपाउंड है। इसमें एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं जो इंसुलिन प्रतिरोध में सुधार करते हैं। इससे डायबिटीज को कंट्रोल में किया जा सकता है।
वेट लॉस…

सीमित मात्रा में डार्क चॉकलेट खाने से वजन घटाने की प्रक्रिया में मदद मिल सकती है।
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स्किन को भी चमका…

डार्क चॉकलेट में मैग्नीशियम की मात्रा होने से यह स्किन को बेहतर बनाने में भी मदद करती है। यह आपको समय से पहले बूढ़ा दिखने से भी बचा सकती है। यह बेजान सी त्वचा को भी निखारने में आपकी मदद कर सकती है।
सर्दी-जुकाम से मिलती है राहत…

डार्क चॉकलेट में थियोब्रोमाइन नामक एक रासायनिक पदार्थ होता है जो श्वसन तंत्र संबंधी समस्याओं पर प्रभावी रूप से काम कर, सर्दी-जुकाम जैसी समस्याओं से राहत दिलाने का काम करता है।
कैविटी का खतरा कम करती है…

डार्क चॉकलेट में थियोब्रोमीन होता है, जो आपके दांतों के इनैमेल को मजबूत बनाता है। यानी अन्य मीठे फूड आइटम्स के जिस तरह से आपके दातों को नुकसान पहुंचाते हैं, उसके उलट डार्क चॉकलेट खाने पर आपको कैविटी होने का खतरा नहीं रहता।
कितनी डार्क चॉकलेट खानी चाहिए?

कई अध्ययनों के अनुसार, आम तौर पर प्रति दिन 20-30 ग्राम डार्क चॉकलेट का उपयोग किया जाना चाहिए। कोको के ज्यादा प्रतिशत वाले डार्क चॉकलेट में आमतौर पर चीनी कम लेकिन फैट अधिक होती है। अधिक कोको का मतलब अधिक फ्लेवनॉल्स भी होता है, इसलिए 70 प्रतिशत से ज्यादा कोको वाली डार्क चॉकलेट चुनना सबसे अच्छा है।