Amritpal Singh: खालिस्तानी समर्थक और वारिस पंजाब दे संगठन का मुखिया अमृतपाल सिंह पंजाब से लोकसभा चुनाव लड़ने जा रहा है.असम की डिब्रूगढ़ जेल में बंद अमृतपाल सिंह निर्दलीय उम्मीदवार के रुप में खडूर साहिब सीट से चुनावी मैदान में उतर सकता है.अमृतपाल सिंह के करीबी ने गुरुवार को ये जानकारी दी.जानकारी के अनुसार अमृतपाल सिंह खडूर साहिब लोकसभा सीट से निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनावी मैदान में अपनी ताल ठोक सकता है.अमृतपाल सिंह के वकील राजदेव सिंह खालसा ने बताया कि,उन्होंने डिब्रूगढ़ जेल में भाई अमृतपाल सिंह खालसा से मुलाकात की है।
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चुनावी मैदान में उतरेगा अमृतपाल सिंह
मीडिया को दी जानकारी में अमृतपाल सिंह के वकील ने बताया है कि,भाई अमृतपाल सिंह खालसा खडूर साहिब से निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ने के लिए तैयार हो गए हैं.वो किसी पार्टी के चुनाव चिन्ह पर चुनाव नहीं लडेंगे बल्कि निर्दलीय उम्मीदवार के रुप में चुनावी मैदान में उतरेंगे।
गृह मंत्री अमित शाह को दे चुका है धमकी
आपको बता दें कि,अमृतपाल सिंह का जन्म 1993 में पंजाब के जल्लूपुर खेड़ा गांव में हुआ था.अमृतसर में उसने 12वीं तक पढ़ाई की है.जिसके बाद वो दुबई चला गया था,दुबई में उसने ट्रांसपोर्ट का काम किया जो वर्तमान में वारिस पंजाब दे संगठन का प्रमुख है।अमृतपाल सिंह उस समय चर्चा में आया था जब उसने अमृतसर के अजनाला थाने पर हमला कर दिया था इसके बाद उसने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को धमकी दी थी जिसके बाद पंजाब पुलिस का शिकंजा कसने पर उसने पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया था।
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एनएसए केस में जेल में बंद है अमृतपाल सिंह
अमृतपाल सिंह को पंजाब के गोगा से पुलिस ने गिरफ्तार किया था.23 फरवरी 2023 को उसने पंजाब के अजनाला पुलिस स्टेशन में अपने साथी लवप्रीत तूफान को छुड़ाने के लिए हजारों समर्थकों के साथ हमला बोला दिया था.इस हमले में पंजाब पुलिस के 6 जवान घायल हो गए थे.अमृतपाल सिंह पंजाब को अलग खालिस्तान राज्य बनाने की मांग करता रहा है.जिसके बाद अमृतपाल के खिलाफ पंजाब पुलिस ने एनएसए केस में मुकदमा दर्ज किया था.इस केस में अमृतपाल सिंह कई महीनों से असम की डिब्रूगढ़ जेल में बंद है.उसके खिलाफ कई अन्य केस भी दर्ज हैं।
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