Kedarnath Helicopter Crash: उत्तराखंड के केदारनाथ के पास रविवार को एक निजी एविएशन कंपनी का हेलिकॉप्टर क्रैश हो गया। इस दर्दनाक हादसे में पायलट समेत सात लोगों की मौत हो गई। मृतकों में एक बच्चा भी शामिल है। हादसे की खबर से पूरे देश में शोक की लहर दौड़ गई है। मृतकों के परिजनों के घरों में मातम पसरा हुआ है।
जयपुर के पायलट राजवीर सिंह थे हेलिकॉप्टर के कमांडर
आपको बता दे कि, इस हेलिकॉप्टर को जयपुर के शास्त्री नगर निवासी पायलट राजवीर सिंह उड़ा रहे थे। राजवीर सिंह हाल ही में पिता बने थे और उनके घर में जुड़वा बच्चों की किलकारी गूंजी थी। उनकी पत्नी दीपिका सिंह भी पेशे से पायलट हैं और इन दिनों बच्चों की देखभाल के लिए छुट्टी पर थीं। हादसे की सूचना मिलते ही उनके परिवार में कोहराम मच गया।
सेना में 14 साल सेवा देने के बाद बने थे सिविल पायलट
राजवीर सिंह का परिवार मूल रूप से राजस्थान के दौसा जिले के महुआ क्षेत्र से है। वह भारतीय सेना में 14 वर्षों तक सेवाएं दे चुके थे और लेफ्टिनेंट कर्नल के पद से रिटायर हुए थे। सेना से सेवानिवृत्त होने के बाद उन्होंने सिविल एविएशन को करियर चुना। वे पिछले साल ही आर्यन एविएशन कंपनी से जुड़े थे और उन्हें 2000 से ज्यादा उड़ान घंटों का अनुभव था।
जुड़वा बच्चों की देखभाल में लगी पत्नी बेसुध
राजवीर के निधन की खबर मिलते ही उनके परिवार में शोक की लहर दौड़ गई। पिता, पत्नी और अन्य परिजन सदमे में हैं। दीपिका सिंह इस समय घर पर ही थीं और बच्चों की देखभाल में व्यस्त थीं। हादसे की जानकारी के बाद वह किसी से बात करने की स्थिति में नहीं हैं। रिश्तेदार और परिचित उनके घर पहुंचकर दुख साझा कर रहे हैं।
नेताओं ने जताया दुख
राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा, पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, कैबिनेट मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौड़ समेत कई नेताओं ने हादसे पर दुख व्यक्त किया है। सीएम भजनलाल शर्मा ने ट्वीट कर कहा कि केदारनाथ में हेलिकॉप्टर दुर्घटना बेहद पीड़ादायक है, बाबा केदार दिवंगत आत्माओं को अपने श्रीचरणों में स्थान दें। पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने राजवीर सिंह की मृत्यु को अपूरणीय क्षति बताया और कहा कि इस दुख की घड़ी में वे पीड़ित परिवार के साथ हैं। राजस्थान के राज्यपाल हरिभाऊ बागडे ने भी सभी मृतकों की आत्मा की शांति और शोक संतप्त परिवारों को दुख सहन करने की शक्ति प्रदान करने की कामना की।
हादसे की जांच की मांग तेज
इस हादसे के बाद एक बार फिर केदारनाथ यात्रा के दौरान हेलिकॉप्टर सेवाओं की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठने लगे हैं। श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए कड़े दिशा-निर्देशों और तकनीकी जांच की मांग की जा रही है। प्रशासन ने हादसे की जांच के आदेश दे दिए हैं और विस्तृत रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है।