Uttarakhand: सावन (Sawan) महीने की शुरुआत होने से पहले ही सरकर कांवड़ियों (Kanwariyas) की तैयारी शुरु कर देती है. जिससे कि उन्हें किसी भी प्रकार की कोई परेशानी ना हो. लेकिन इसके बावजूद भी कांवड़ियों द्वारा उत्पात की घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही है. रुड़की, उत्तराखंड ?(Uttarakhand) में हाल ही में कांवड़ियों द्वारा उत्पात का एक और मामला सामने आया है. यहां कांवड़ियों ने एक ई-रिक्शा चालक की बुरी तरह पिटाई कर दी और इसके बाद लाठी-डंडों से ई-रिक्शा में तोड़फोड़ की.
रुड़की में कांवड़ियों का उत्पात
बताते चले कि यह घटना मंगलौर (Mangalore) कोतवाली क्षेत्र के लिब्बरहेड़ी नहर पटरी पर घटी. रिपोर्ट के अनुसार, ई-रिक्शा चालक पर आरोप था कि उसने एक कांवड़िए को टक्कर मारी और कांवड़ को नुकसान पहुंचाया, जिसके कारण कांवड़ियों ने गुस्से में आकर ई-रिक्शा चालक की पिटाई कर दी और ई-रिक्शा को तोड़ डाला. इस दौरान पुलिसकर्मी भी कांवड़ियों (Kanwaria )को समझाने का प्रयास करते रहे, लेकिन कांवड़ियों ने उनकी बात नहीं सुनी और तोड़फोड़ करते रहे. घायल ई-रिक्शा चालक को अस्पताल में भर्ती कराया गया है.जिसका फ्राथमिक उपचार चल रहा है.
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पुलिस की अपील और कार्रवाई
हरिद्वार के एसएसपी परमेंद्र सिंह डोभाल (Parmendra Singh Doval) ने बताया कि मंगलौर कोतवाली क्षेत्र के लिब्बरहेड़ी में संजय कुमार ने सूचित किया कि उसके ई-रिक्शा ने एक कांवड़िए को टक्कर मार दी थी. हालांकि, न तो कांवड़िए को चोट आई और न ही कांवड़ में कोई क्षति हुई. फिर भी कांवड़ियों ने संजय कुमार और उसके ई-रिक्शा के साथ हिंसा की. पुलिस ने इस मामले का संज्ञान लिया और अज्ञात कांवड़ियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है. पुलिस द्वारा कांवड़ियों की पहचान की जा रही है. एसएसपी ने सभी कांवड़ियों से अपील की है कि यदि ऐसी कोई घटना घटे तो तुरंत पुलिस को सूचित करें और अपने आप को शांत रखें.
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पिछली घटना मुजफ्फरनगर में हुई थी
इससे पहले, मुजफ्फरनगर (Muzaffarnagar) में भी कांवड़ियों ने एक कार चालक की बुरी तरह पिटाई की थी. उन्होंने पुलिस के सामने ही कार को तोड़ डाला, इसके शीशे तोड़ दिए और छत को पिचका दिया था। कांवड़ियों ने आरोप लगाया था कि यात्रा के दौरान कार की टक्कर से उनके कांवड़ खंडित हुए थे, जिसके चलते उन्होंने हिंसा की.यह घटनाएं कांवड़ यात्रा के दौरान बढ़ती हिंसा की ओर इशारा करती हैं और पुलिस प्रशासन द्वारा कांवड़ियों से शांति बनाए रखने की अपील की जा रही है.