Kanpur News: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को कानपुर की सीसामऊ सीट पर भारतीय जनता पार्टी (BJP) के प्रत्याशी सुरेश अवस्थी के समर्थन में भव्य रोड शो किया। रोड शो में मुख्यमंत्री के साथ संसदीय कार्य मंत्री सुरेश खन्ना, कानपुर के सांसद रमेश अवस्थी और महापौर नीलिमा कटियार भी मौजूद थे। इस दौरान हजारों कार्यकर्ताओं की मौजूदगी ने रोड शो को प्रभावशाली बना दिया।
सीसामऊ सीट पर भाजपा का मुकाबला समाजवादी पार्टी की प्रत्याशी नसीम सोलंकी से है। नसीम सोलंकी, सीसामऊ के पूर्व विधायक इरफान सोलंकी की पत्नी हैं। इरफान सोलंकी के अयोग्य घोषित होने के बाद यह सीट खाली हुई थी। इस सीट सहित उत्तर प्रदेश की नौ विधानसभा सीटों पर 20 नवंबर को मतदान होना है।
एक हफ्ते में है दूसरा कानपुर दौरा
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सीसामऊ सीट को लेकर कितने गंभीर हैं, इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि उन्होंने पिछले एक हफ्ते में दो बार कानपुर का दौरा किया। 9 नवंबर को उन्होंने सुरेश अवस्थी के समर्थन में एक बड़ी जनसभा को संबोधित किया था, जबकि 16 नवंबर को बजरिया से संगीता टॉकीज तक रोड शो किया। रोड शो के दौरान पूरे रास्ते में भाजपा के झंडे और बैनर लहराए गए। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जनता को संबोधित करते हुए भाजपा की योजनाओं और विकास कार्यों को गिनाया।
उन्होंने विपक्षी दलों पर निशाना साधते हुए कहा कि भाजपा सरकार ने प्रदेश को भयमुक्त और समृद्ध बनाया है। सीएम के रोड शो को देखते हुए पुलिस प्रशासन ने सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए। बजरिया से संगीता टॉकीज चौराहे तक जाने वाली सभी गलियों की आवाजाही को बंद कर दिया गया था। रूट पर भारी पुलिस बल की तैनाती की गई और ड्रोन के जरिए निगरानी भी की गई।
गाजियाबाद में भी रोड शो का प्लान
सीएम योगी आदित्यनाथ का गाजियाबाद विधानसभा सीट पर भी रोड शो प्रस्तावित है। यह रोड शो शाम 5 बजे से शुरू होगा और कुल 1.2 किलोमीटर तक चलेगा। इस दौरान गाजियाबाद के सांसद अतुल गर्ग, महापौर सुनीता दयाल, मुरादनगर के विधायक अजितपाल त्यागी और भाजपा के प्रत्याशी संजीव शर्मा मौजूद रहेंगे। गाजियाबाद में रोड शो को सफल बनाने के लिए भाजपा कार्यकर्ता जोर-शोर से तैयारी कर रहे हैं। वहीं पुलिस प्रशासन ने पूरे रूट पर कड़ी निगरानी शुरू कर दी है। सीसामऊ सीट पर भाजपा और सपा के बीच कांटे की टक्कर है। भाजपा ने अपने संगठन की पूरी ताकत झोंक दी है, वहीं सपा भी इरफान सोलंकी के समर्थन में अपनी रणनीति को धार दे रही है। अब देखना यह होगा कि 20 नवंबर को जनता किसे अपना जनप्रतिनिधि चुनती है।