Kannauj Rape Case: कन्नौज (Kannauj) के चर्चित दुष्कर्म मामले में नया मोड़ आया है। कन्नौज कांड ने प्रदेश की राजनीति में हलचल मचा दी है। नवाब सिंह यादव के खिलाफ हो रही कार्रवाई और सपा-भाजपा के आरोप-प्रत्यारोप ने मामले को और भी पेचीदा बना दिया है। पुलिस ने आरोपी नवाब सिंह यादव का डीएनए टेस्ट कराने की मंजूरी मांगी है। 12 अगस्त को कोर्ट में पेशी के बाद जेल भेजे गए आरोपी ने जमानत अर्जी दाखिल की थी, जिस पर 14 अगस्त को सुनवाई हुई। वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से हुई पेशी में कोर्ट ने अगली सुनवाई की तारीख 16 अगस्त तय की है। एसपी ने बताया कि दुष्कर्म की पुष्टि के लिए आरोपी नवाब सिंह यादव का डीएनए टेस्ट कराने की मांग की गई है। आरोपी के खिलाफ बीएनएस की धारा 64 (बलात्कार) के तहत आरोपों को बढ़ा दिया गया है। एसपी ने कहा कि अतिरिक्त आरोपों के साथ कानूनी कार्यवाही जारी रहेगी।
बुआ की भूमिका पर उठे सवाल
लड़की की बुआ, जो कथित तौर पर नाबालिग को नवाब सिंह यादव के पास लेकर आई थी, उसे बयान दर्ज कराने के लिए बुलाया गया था। लेकिन वह पुलिस के सामने पेश नहीं हुई। नवाब सिंह यादव के खिलाफ अलग-अलग समय पर कुल 15 मुकदमे दर्ज हुए हैं, लेकिन उसके राजनीतिक रसूख के कारण कभी पुलिस कार्रवाई नहीं हो सकी।
महिला के भाजपा संग कनेक्शन
नाबालिग किशोरी के साथ दुष्कर्म की पुष्टि शुरुआती मेडिकल टेस्ट में हुई है। पीड़िता ने मजिस्ट्रेट के सामने दुष्कर्म की बात कही थी। इसी बयान के आधार पर आरोपी नवाब सिंह यादव के खिलाफ दर्ज मुकदमे में दुष्कर्म की धारा बढ़ाई गई है। पुलिस की छह टीमें उसकी बुआ की तलाश में जुटी हैं। पूर्व ब्लॉक प्रमुख नवाब सिंह यादव के साथ रात में अपनी भतीजी के साथ मिलने के लिए पहुंची महिला की कई तस्वीरें भाजपा के बड़े नेताओं के साथ सामने आई हैं। इसमें कन्नौज के पूर्व सांसद सुब्रत पाठक, सदर विधायक और समाज कल्याण मंत्री असीम अरूण, महिला मोर्चा की जिलाध्यक्ष नेहा त्रिपाठी, दिल्ली के सांसद मनोज तिवारी सहित कई नेताओं के साथ उसकी सेल्फी ने सियासी चर्चा को नया मोड़ दे दिया है। सपा इस बहाने उसे भाजपा का कार्यकर्ता बता रही है।
भाजपा का पलटवार
पूर्व सांसद सुब्रत पाठक ने कहा कि वह महिला को नहीं जानते हैं और अगर वह भाजपा में सक्रिय होती तो जरूर पहचानते। नवाब सिंह यादव के खिलाफ कार्रवाई के बाद सपा की ओर से पल्ला झाड़ने के मुद्दे को भाजपा ने लपक लिया है। सुब्रत पाठक ने अखिलेश यादव पर गंभीर आरोप लगाए हैं और कहा कि छात्रा को नौकरी का लालच देकर बुलाना और उसके साथ दरिंदगी करना सपा के नेताओं का असली चेहरा दिखाता है। उन्होंने यहां तक कहा कि लोकसभा चुनाव के समय नवाब सिंह यादव शहर के बोर्डिंग ग्राउंड में हुए इंडी गठबंधन की रैली में मंच पर किस हैसियत से मौजूद थे। सभी लोग यह अच्छे से जानते हैं कि नवाब सिंह यादव ने अखिलेश यादव के लिए घूम-घूमकर वोट मांगे थे तब उनका चेहरा यद् था। डीएनए टेस्ट और अदालत की कार्यवाही के नतीजे से ही पता चलेगा कि न्याय की दिशा किस ओर जाएगी।