पश्चिमी विक्षोभ का प्रभाव अब पश्चिमी और उत्तर-पश्चिमी भारत में देखा जा रहा है, जिसके कारण आगामी 3-4 दिनों तक बारिश की संभावना जताई जा रही है। इस समय जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, और उत्तराखंड में भारी बारिश और बर्फबारी की चेतावनी जारी की गई है। इन इलाकों में खासतौर पर उच्च पर्वतीय क्षेत्रों में बर्फबारी और बारिश का सिलसिला लगातार बना रहेगा, जिससे तापमान में भी गिरावट आने की संभावना है।
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हिस्सों में बारिश और बर्फबारी
पिछले 24 घंटों में अरुणाचल प्रदेश और उत्तराखंड के कुछ हिस्सों में बारिश और बर्फबारी का क्रम जारी रहा है। इसके साथ ही सिक्किम और असम में ओलावृष्टि भी देखी गई, जिससे इन राज्यों में किसानों को नुकसान का सामना करना पड़ सकता है। ओलावृष्टि के कारण खेतों में फसलें खराब हो सकती हैं, और ठंड के प्रभाव से भी फसलों को नुकसान हो सकता है।
बारिश का सिलसिला जारी

अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के अलावा, निचले हिमालयी क्षेत्र, पश्चिम बंगाल, सिक्किम, असम, मेघालय, पंजाब, तमिलनाडु, पुडुचेरी और कड़ाईकल में हल्की से मध्यम बारिश हो रही है। इन इलाकों में मौसम सामान्य है, लेकिन पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से बारिश का सिलसिला जारी रहेगा। मौसम विभाग ने अगले कुछ दिनों में इन क्षेत्रों में अधिक बारिश और ठंड की संभावना जताई है।
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तापमान में गिरावट
विशेष रूप से पहाड़ी राज्यों में भारी बारिश और बर्फबारी के कारण तापमान में गिरावट देखी जा रही है। इन राज्यों में अधिकतम तापमान 40 डिग्री सेल्सियस के पार पहुंच गया है, और तापमान में और गिरावट की उम्मीद है। आने वाले दिनों में इन क्षेत्रों में शीतलहर का असर बढ़ सकता है, जिससे सर्दी का असर और भी तेज हो सकता है।

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पहाड़ी क्षेत्रों का मार्ग
मौसम विभाग ने सभी लोगों से सुरक्षित रहने की अपील की है, खासकर पहाड़ी क्षेत्रों में यात्रा करने वाले पर्यटकों और स्थानीय निवासियों से। बर्फबारी और भारी बारिश के कारण सड़क मार्गों पर यात्रा करना मुश्किल हो सकता है, और ओलावृष्टि के कारण कुछ स्थानों पर फसलों को भी नुकसान हो सकता है। लोगों को सलाह दी गई है कि वे मौसम के हालात को देखते हुए यात्रा की योजना बनाएं और जरूरत पड़ने पर स्थानीय प्रशासन से सलाह लें।