Kal Ka Mausam 20 April 2025: देश के पहाड़ी इलाकों में पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से मौसम में बड़ा बदलाव देखने को मिल रहा है। जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में तेज हवाओं के साथ भारी बारिश, बर्फबारी और ओलावृष्टि की संभावना है। इससे गर्मी से राहत मिलेगी, लेकिन खराब मौसम के चलते लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है। हरियाणा, पंजाब, दिल्ली-एनसीआर, पश्चिमी उत्तर प्रदेश, राजस्थान, झारखंड और बिहार में अगले दो दिनों तक बादल छाए रहने और आंधी-बारिश की संभावना है। आम लोगों को गर्मी से राहत जरूर मिलेगी, लेकिन यह मौसम किसानों के लिए नुकसानदायक हो सकता है।
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17 जिलों में बारिश और आकाशीय बिजली गिरने की चेतावनी
स्काईमेट और मौसम विभाग ने बिहार के खगड़िया, चंपारण, सहरसा, अररिया, भागलपुर समेत 17 जिलों में बारिश और बिजली गिरने की आशंका जताई है। पिछले 10 दिनों में ठनका गिरने से 61 लोगों की मौत हो चुकी है, जिससे प्रशासन ने लोगों से सतर्क रहने की अपील की है।
उत्तर प्रदेश में हल्की बारिश और तेज हवाएं
पश्चिमी विक्षोभ के असर से सहारनपुर, मेरठ, नोएडा, गाजियाबाद और मुरादाबाद समेत कई जिलों में बारिश और तेज हवाएं चलने की संभावना है। हालांकि बुंदेलखंड क्षेत्र में गर्मी का असर बरकरार रहेगा। लखनऊ और कानपुर में हवाओं से नमी बनी हुई है।
दिल्ली-एनसीआर में बारिश से गर्मी से राहत
शुक्रवार शाम दिल्ली में तेज हवाओं के साथ झमाझम बारिश हुई, जिससे तापमान में गिरावट दर्ज की गई। आईएमडी ने अगले दो दिन गरज, धूलभरी आंधी और हल्की बारिश की संभावना जताई है। 21 अप्रैल को आसमान साफ रहने का अनुमान है।
ओडिशा में आंधी-तूफान से तबाही
ओडिशा में तेज आंधी और बारिश ने कहर बरपाया। कटक, भुवनेश्वर और पुरी जिलों में पेड़ गिरने और जलभराव की खबरें हैं। बिजली गिरने से एक किसान की मौत हो गई। मौसम विभाग ने 20 अप्रैल तक ‘ऑरेंज अलर्ट’ जारी किया है।
उत्तराखंड और हिमाचल में बारिश-बर्फबारी का अलर्ट
उत्तराखंड के 12 जिलों में तेज हवाओं, बारिश और ओलावृष्टि की संभावना है। हिमाचल प्रदेश के लाहौल-स्पीति और कुल्लू जैसे जिलों में बर्फबारी के संकेत मिले हैं। जम्मू-कश्मीर में तापमान में 5 डिग्री की गिरावट दर्ज की गई है। आईएमडी के मुताबिक, इस साल मानसून सीजन में औसत से 105% अधिक वर्षा हो सकती है, जो कृषि के लिए फायदेमंद साबित होगी। मध्य और पूर्वी भारत के कुछ भागों में अप्रैल से ही प्री मॉनसून गतिविधियों की शुरुआत हो रही है।
40 डिग्री से ऊपर तापमान पर स्वास्थ्य पर असर
हीटवेव के दौरान तापमान में असामान्य बढ़ोतरी होती है जिससे पानी की कमी, थकान और त्वचा संबंधी रोग जैसे सनबर्न का खतरा बढ़ जाता है। विशेषज्ञों ने अप्रैल-जून के बीच अधिक सतर्क रहने की सलाह दी है।
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