kainchi dham: उत्तराखंड के नैनीताल जिले में स्थित कैंची धाम में हर साल की तरह इस साल भी स्थापना दिवस को लेकर विशेष तैयारियां जारी है साथ ही भंडारे का भी आयोजन किया जाएगा। बता दें कि यह पावन धाम भगवान हनुमान को समर्पित हैं और यहां पर हर साल 15 जून को विशाल मेला लगता है, जिसमें लाखों की संख्या में भक्तगण आते हैं।
कैंची धाम की महिमा

कैंची धाम की महिमा 1961 से जुड़ी है जब बाबा नीम करौली महाराज पहली बार यहां पधारे थे। उन्होंने अपने सहयोगी पूर्णानंद जी महाराज के साथ मिलकर आश्रम की स्थापना का विचार किया। इसके बाद 15 जून 1964 को हनुमान जी की प्रतिमा की स्थाना की गई, जिसे हर साल स्थापना दिवस के रूप में मनाया जाता है।
प्रशासन की पुख्ता तैयारियां
स्थापना दिवस के मौके पर भीड़ और सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए नैनीताल पुलिस और प्रशासन ने चाक चौबंद व्यवस्था की है। कैंची धाम के आसपास के सभी क्षेत्रों में बीडीएस टीम द्वारा लगातार चेकिंग की जा रही है और सोशल मीडिया के माध्यम से भक्तों को इसकी जानकारी भी दी जा रही है कि इस समय मंदिर में आवाजाही सामान्य और सुरक्षित है।
टैफिक प्लान और डायवर्जन की व्यवस्था
भक्तों की भारी भीड़ को देखते हुए पुलिस ने 14 जून सुबह 6 बजे से रात 12 बजे तक भवाली से कैंची धाम मोटर मार्ग पर सभी भारी वाहनों के प्रवेश पर विराम लगा दिया है।
दोपहिया वाहनों को काठगोदाम, कालाढूंगी, विकास भवन भीमताल, डांठ चौराहा नैनीताल व मस्जिद तिराहा भवाली जैसे स्थानों पर भी रोक लगा दी जाएगी।
14 से 16 जून तक भारी वाहनों की आवाजाही कैंचीधाम यात्रा रूट परन पूर्णत: प्रतिबंधित रहेगी।
काठगोदाम में ट्रैफिक दबाव बढ़ने की स्थिति में 15 जून को नैनीताल और भवाली से आने वाले पर्यटक वाहनों को रूसी बाईपास और नंबर एक मोड़ से डायवर्ट कर कालाढूंगी की ओर भेजा जाएगा।
इसके अलावा रामपुर रोडद्व बरेली रोग से आने वाली हल्द्वानी रूट के पर्यटक वाहन अगर भवाली, भीमताल और नैनीताल की पार्किंग फुल हो जाती है, तो इन्हें हल्द्वानी गौलापार के आरटीओ फिटनेस सेंट, प्रस्तावित ISBT पार्किंग और स्टेडियम पार्किंग में पार्क कराया जाएगा।
इस पार्किंग स्थलों से श्रद्धालुओं को शटल सेवा के द्वारा कैंची धाम तक पहुंचाया जाएगा, जिससे भीड़ और ट्रैफिक पर नियंत्रण रखा जा सके।
प्रशासन की अपील
कैंची धाम आने वाले भक्तों और श्रद्धालुओं को प्रशासन की ओर से अपील की गई है कि यात्रा से पहले ट्रैफिक अपडेट जरूर देखें और निर्धारित रूट और नियमों का पालन भी करें। जिससे किसी भी तरह की असुविधा न हो सके।

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