Jharkhand Train Accident: झारखंड के साहिबगंज जिले में दो मालगाड़ियों की आमने-सामने टक्कर में दो लोकोपायलटों की दर्दनाक मौत हो गई। यह हादसा इतना भीषण था कि मालगाड़ियों के इंजनों के परखच्चे उड़ गए और उनमें आग लग गई। यह हादसा बरहेट के साहिबगंज में मंगलवार रात 3:30 बजे हुआ, जब एक मालगाड़ी पहले से खड़ी थी और दूसरी तेज रफ्तार में उसी ट्रैक पर आ गई, जिसके परिणामस्वरूप दोनों मालगाड़ियां टकरा गईं। अब सवाल उठ रहा है कि इतनी देर रात एक ही ट्रैक पर दोनों ट्रेनें कैसे आ गईं और इस हादसे के लिए कौन जिम्मेदार है?
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हादसे के कारणों की जांच जारी
रेलवे अधिकारियों के मुताबिक, हादसे के कारणों की जांच की जा रही है। NTPC के असिस्टेंट जनरल मैनेजर, शांतनु दास ने एक न्यूज एजेंसी से बातचीत करते हुए कहा, “इस हादसे की जांच की जाएगी। फिलहाल ऐसा लग रहा है कि कंट्रोलर ने पॉइंट बनाने में गड़बड़ी की है।”

उन्होंने बताया कि हादसे में असिस्टेंट लोको पायलट (ALP) भी गंभीर रूप से घायल हो गया है और उसका बयान लिया जाएगा।इस दुर्घटना ने एक बड़ा सवाल खड़ा किया है कि रात के समय, जब दृश्यता कम होती है, एक ही ट्रैक पर दोनों ट्रेनें कैसे आ गईं। रेलवे अधिकारियों ने घटनास्थल पर पहुंचकर राहत कार्य शुरू किया और आग बुझाने के बाद लोकोपायलटों के शवों को इंजन से निकाला।
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हादसे के बाद राहत कार्य

हादसे की सूचना मिलने के बाद रेलवे, पुलिस और फायर ब्रिगेड के अधिकारी घटनास्थल पर पहुंचे और राहत एवं बचाव कार्य में जुट गए। एक शव को जल्दी निकालकर मोर्चरी में भेजा गया, लेकिन दूसरे शव को इंजन से निकालने में काफी समय लग गया क्योंकि वह काफी समय तक इंजन में ही फंसा रहा। इस हादसे में घायल असिस्टेंट लोको पायलट को अस्पताल में भर्ती कराया गया, जबकि हादसे में घायल चार अन्य लोगों को भी इलाज के लिए बरहेट के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती किया गया है। इन घायलों में रेलवे कर्मचारी और CISF के जवान शामिल हैं।
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लोको को उठाने में लगेगा समय

रेलवे अधिकारियों ने बताया कि इस हादसे में लोको उठाने में समय लग सकता है, क्योंकि सामान्य क्रेन से लोको को उठाना संभव नहीं होता। लोको के वजन को ध्यान में रखते हुए, इसे उठाने के लिए विशेष इंतजामों की आवश्यकता होती है। अधिकारी ने कहा कि दुर्घटना स्थल पर राहत कार्य तेजी से चल रहा है, लेकिन इसे पूरी तरह से संभालने में कुछ समय और लगेगा।
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रेलवे की तरफ से जांच की प्रक्रिया
रेलवे विभाग ने इस दुर्घटना के लिए जांच शुरू कर दी है और यह देखा जा रहा है कि क्या ट्रैक पर किसी प्रकार की गड़बड़ी हुई थी या फिर कंट्रोलर की तरफ से कोई मानव त्रुटि हुई है। एक बात तो स्पष्ट है कि यह दुर्घटना एक बड़ी चूक के कारण हुई है, क्योंकि एक ही ट्रैक पर दो मालगाड़ियां कैसे आ गईं, यह एक गंभीर सवाल है।