Jharkhand Assembly Election: झारखंड विधानसभा चुनाव के बीच भाजपा (BJP) ने बगावत करने वाले अपने तीन प्रमुख नेताओं के खिलाफ सख्त कदम उठाते हुए उन्हें छह साल के लिए पार्टी से निष्कासित कर दिया है। भाजपा के प्रदेश महामंत्री प्रदीप वर्मा ने इस कार्रवाई को अंजाम देते हुए बताया कि पार्टी के पूर्व प्रदेश मंत्री मिस्त्री सोरेन, किसान मोर्चा के पूर्व प्रदेश उपाध्यक्ष मुकेश कुमार शुक्ला और अनुसूचित जनजाति मोर्चा के उपाध्यक्ष शिवचरण मालतो को भाजपा विरोधी गतिविधियों के कारण निष्कासित किया गया है। पार्टी ने इन नेताओं को निष्कासन का पत्र जारी किया है, जिसमें साफ तौर पर लिखा गया है कि पार्टी की नीतियों के खिलाफ चुनावी मैदान में उतरने के कारण उन्हें प्राथमिक सदस्यता से छह वर्षों के लिए निष्कासित किया जाता है।
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गुमला में भी पार्टी के बागी नेता पर गिरी गाज
गुमला में भाजपा से बगावत करते हुए चुनाव लड़ने वाले नेता मिशिर कुजूर को भी भाजपा ने पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया है। उन्हें भी छह वर्षों के लिए निष्कासित किया गया है। प्रदेश महामंत्री प्रदीप वर्मा ने बताया कि पार्टी के प्रति वफादारी और अनुशासन से समझौता नहीं किया जाएगा, और जो नेता निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में मैदान में उतरेंगे, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
बगावत के चलते कांग्रेस में शामिल हो रहे लोग
मनिका विधानसभा क्षेत्र में भी भाजपा को झटका लगा है। यहां बरवाडीह के गढ़वाटांड़ गांव के दर्जनों कार्यकर्ताओं और महिलाओं ने कांग्रेस का दामन थाम लिया है। इन कार्यकर्ताओं ने भाजपा प्रत्याशी हरिकृष्णा सिंह पर आरोप लगाते हुए कहा कि वे कार्यकर्ताओं की बात तक नहीं सुनते और क्षेत्र की समस्याओं का समाधान करने में रुचि नहीं रखते। इस नाराजगी के चलते कार्यकर्ताओं ने महागठबंधन के कांग्रेस प्रत्याशी रामचंद्र सिंह के समर्थन का ऐलान किया। रामचंद्र सिंह ने उनका गर्मजोशी से स्वागत करते हुए कांग्रेस पट्टा और अंगवस्त्र भेंट किए।
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निरंजन पासवान ने दी भाजपा की सदस्यता से इस्तीफा
पलामू के पाटन प्रखंड के भाजपा नेता निरंजन पासवान ने पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। निरंजन ने पार्टी की कार्यशैली पर सवाल उठाते हुए कहा कि भाजपा अब एक व्यक्ति विशेष की पार्टी बनकर रह गई है, और समर्पित कार्यकर्ताओं की उपेक्षा हो रही है। उन्होंने अपनी नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि पार्टी अब अपने मूल सिद्धांतों से भटक चुकी है, जिससे दुखी होकर उन्होंने इस्तीफा देने का फैसला किया।
कांग्रेस ने भी लिया बड़ा फैसला,नेताओं को किया निष्कासित
भाजपा की ही तरह कांग्रेस ने भी पार्टी विरोधी गतिविधियों पर सख्त एक्शन लिया है। झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष केशव महतो कमलेश ने पार्टी के तीन नेताओं – देवेन्द्र सिंह बिट्टू, मुनेश्वर उरांव और इसराफिल अंसारी को पार्टी से छह साल के लिए निष्कासित कर दिया है। इन नेताओं पर आरोप है कि उन्होंने विधानसभा चुनाव में पार्टी के अधिकृत प्रत्याशियों के खिलाफ मैदान में उतरकर अनुशासन का उल्लंघन किया।
विधानसभा चुनावों में बगावत से दोनों पार्टियों को हो सकती है मुश्किलें
झारखंड में विधानसभा चुनावों के इस दौर में भाजपा और कांग्रेस के लिए यह बगावत का सिलसिला चुनौतीपूर्ण हो सकता है। जहां भाजपा के बागी नेताओं ने पार्टी के अनुशासन को तोड़ा, वहीं कांग्रेस के नेताओं ने भी पार्टी उम्मीदवारों के खिलाफ चुनाव लड़ने का साहस दिखाया। ऐसे में दोनों दलों को इन बगावतों का असर चुनावी परिणामों पर दिख सकता है।