Jharkhand CM Oath Ceremony: झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) के नेता और राज्य के कार्यकारी अध्यक्ष हेमंत सोरेन (Hemant Soren) ने मंगलवार को झारखंड के 14वें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली। 49 वर्षीय हेमंत सोरेन को राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार ने पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई। राजधानी रांची के मोरहाबादी मैदान में आयोजित इस शपथ ग्रहण समारोह में विपक्षी गठबंधन इंडिया ब्लॉक के तमाम बड़े नेता उपस्थित रहे।
विपक्षी नेताओं का लगा जमावाड़ा
हेमंत सोरेन के शपथ ग्रहण कार्यक्रम में विपक्षी दलों के कई बड़े चेहरे मंच पर मौजूद थे। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, राहुल गांधी, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल जैसे नेता कार्यक्रम में शरीक हुए। मंच पर मौजूद इन दिग्गज नेताओं ने एकजुटता का संदेश दिया, जिसे आगामी लोकसभा चुनाव से जोड़कर देखा जा रहा है। हेमंत सोरेन के शपथ ग्रहण समारोह में उनके पिता और झामुमो के संस्थापक शिबू सोरेन और उनकी मां रूपी सोरेन भी मंच पर मौजूद रहीं। उनकी पत्नी कल्पना सोरेन ने नेताओं और गणमान्य अतिथियों का स्वागत किया। कल्पना सोरेन खुद गांडेय विधानसभा सीट से दूसरी बार विधायक बनी हैं।
हेमंत सोरेन का जनता को संदेश
शपथ ग्रहण के बाद हेमंत सोरेने जनता को संबोधित करते हुए कहा, “आज का यह दिन सिर्फ राजनीतिक जीत का प्रतीक नहीं है, बल्कि यह हमारे सामाजिक न्याय के प्रति संघर्ष, समाज की एकता को प्रगाढ़ करने और हर रोज़ लड़ने वाली लड़ाई का प्रतीक है। यह दिन यह भी बताता है कि झारखंड की महान जनता लोकतंत्र पर बढ़ते दबाव के बावजूद एकजुट है। आज हर गांव और हर शहर में एक ही आवाज गूंज रही है – अधिकार, समानता और एकता की आवाज, जो झारखंडियत की आवाज है।”
चुनाव में मिली शानदार जीत
झारखंड विधानसभा चुनाव में हेमंत सोरेन ने भाजपा के उम्मीदवार गमलियाल हेम्ब्रोम को 39,791 मतों के अंतर से हराकर बरहेट सीट पर अपनी स्थिति बनाए रखी थी। झामुमो और उसके सहयोगी दलों के गठबंधन ने 81 सदस्यीय विधानसभा में 56 सीटों पर जीत हासिल की, जबकि भाजपा के नेतृत्व वाले एनडीए को केवल 24 सीटें मिलीं। इस चुनावी सफलता ने हेमंत सोरेन को चौथी बार मुख्यमंत्री बनने का अवसर दिया। झामुमो ने इस बार विधानसभा चुनाव में सिर्फ 43 सीटों पर चुनाव लड़ा था और 34 सीटों पर शानदार प्रदर्शन किया। हेमंत सोरेन ने अपने शपथ ग्रहण के बाद यह भी कहा कि उनका उद्देश्य झारखंड के हर नागरिक को समान अधिकार देना और राज्य में स्थिरता व विकास लाना है। उन्होंने यह भी कहा कि वे राज्य के लोगों की सेवा में अपना पूरा योगदान देंगे और कोई भी अन्याय बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।