Janmashtami Celebrations: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को श्रीमद्भगवतगीता की शिक्षाओं पर जोर देते हुए कहा कि इस ग्रंथ में भगवान श्रीकृष्ण ने अर्जुन को कर्म करने की प्रेरणा दी है। उन्होंने कहा कि गीता में भगवान श्रीकृष्ण का संदेश है कि “कर्मण्येवाधिकारस्ते मा फलेषु कदाचन,” यानी कर्म करो, लेकिन फल की चिंता मत करो। सीएम योगी ने यह भी कहा कि लोग अक्सर कर्म से पहले लाभ-हानि की चिंता करते हैं, जिससे वे पुण्य से वंचित रह जाते हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि अगर हम अच्छा करेंगे तो अच्छा होगा, और बुरा करने पर पाप से मुक्ति संभव नहीं है।
भगवान श्रीकृष्ण का 5251वां जन्मोत्सव
सीएम योगी ने भगवान श्रीकृष्ण के 5251वें जन्मोत्सव के महत्व पर भी प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि यह वर्ष भारतीय शास्त्रों के अनुसार भगवान श्रीकृष्ण की लीलाओं का 5251वां वर्ष है। श्रीकृष्ण ने 125 वर्षों तक धराधाम पर अपनी लीला की और बाद में विश्राम लिया। उन्होंने कहा कि श्रीकृष्ण की लीलाओं को विभिन्न कार्यक्रमों के माध्यम से हम प्रमाण के रूप में देखते हैं और उनका अनुसरण करते हैं।
श्रीमद्भगवतगीता: अमर ज्ञान का स्रोत
सीएम योगी ने श्रीमद्भगवतगीता को दुनिया का एकमात्र पावन ग्रंथ बताया, जिसका अमर ज्ञान भगवान श्रीकृष्ण ने अर्जुन को युद्धभूमि में दिया था। उन्होंने कहा कि इस ग्रंथ को भारत की न्यायपालिका और सनातन धर्मावलंबी दोनों ही श्रद्धा की दृष्टि से देखते हैं। गीता को मोक्ष ग्रंथ भी माना गया है, और यह हर भारतीय को नई प्रेरणा प्रदान करता है।
जीवन के चार पुरुषार्थ और कर्म का महत्व
सीएम योगी ने जीवन के चार पुरुषार्थ—धर्म, अर्थ, काम, और मोक्ष—के महत्व को रेखांकित किया। उन्होंने कहा कि धर्म से प्रारंभ होती है, जो कर्मों के माध्यम से अर्थ का उपार्जन करता है। जब कामनाओं की सिद्धि होती है, तो मुक्ति का मार्ग प्रशस्त होता है। श्रीमद्भगवतगीता के उपदेश आज भी हर भारतीय को कर्म की प्रेरणा प्रदान करते हैं और जीवन की दिशा तय करते हैं।
पंच प्रण का किया उल्लेख
सीएम योगी ने स्वतंत्रता के अमृत महोत्सव की चर्चा करते हुए पीएम नरेंद्र मोदी के ‘पंच प्रण’ का उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने 2047 के लक्ष्य के तहत एक विकसित भारत का सपना देखा है, जिसमें हर चेहरे पर खुशहाली होगी और हर हाथ को काम मिलेगा। इस संकल्प के साथ, सीएम योगी ने नागरिक कर्तव्यों की महत्वपूर्णता पर बल दिया और कहा कि हमें अपने कर्तव्यों का निर्वहन करते हुए देश की सेवा करनी चाहिए।
विरासत का सम्मान और नागरिक कर्तव्य
सीएम योगी ने अपने भाषण में नागरिक कर्तव्यों के प्रति जागरूकता बढ़ाने की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि हमें अपने क्षेत्र में नागरिक कर्तव्यों का पालन करते हुए विकास को बढ़ावा देना चाहिए। अपने कार्यों को देश के नाम समर्पित करने का भाव रखते हुए काम करना चाहिए, जिससे प्रभु की कृपा बनी रहे।
सांस्कृतिक कार्यक्रम और समारोह का लिया आनंद
इस अवसर पर उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक, राज्यसभा सांसद डॉ. दिनेश शर्मा, महापौर सुषमा खर्कवाल, विधायक नीरज बोरा, और अन्य प्रमुख लोग उपस्थित थे। सीएम योगी ने सीएमएस गोमती नगर के बच्चों द्वारा प्रस्तुत भावपूर्ण नृत्य और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आनंद लिया। भगवान श्रीकृष्ण के जन्मोत्सव पर आयोजित कार्यक्रमों ने उनकी बाल लीलाओं और अन्य लीलाओं का सुंदर चित्रण प्रस्तुत किया।