Jammu and Kashmir Elections: जम्मू-कश्मीर (Jammu and Kashmir) में चुनावी बिगुल बज चुका है और राजनीतिक दलों ने अपनी तैयारियों को अंतिम रूप देना भी शुरू कर दिया है. नेशनल कॉन्फ्रेंस (NC) ने विधानसभा चुनावों के लिए 32 उम्मीदवारों की दूसरी सूची जारी कर दी है. इस सूची में पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला का नाम भी शामिल है, जो गांदरबल से चुनाव लड़ेंगे. यह घोषणा तब हुई है जब उमर अब्दुल्ला ने पहले कहा था कि वह तब तक विधानसभा चुनाव नहीं लड़ेंगे जब तक जम्मू-कश्मीर को राज्य का दर्जा वापस नहीं मिल जाता.
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दूसरी सूची में कई प्रमुख उम्मीदवार शामिल

बताते चले कि नेशनल कॉन्फ्रेंस की दूसरी सूची में बारामूला से जावेद हुसैन बेग, लाल चौक से एहसान परदेसी, और हब्बा कदल से शमीमी फिरदौस जैसे प्रमुख उम्मीदवार शामिल हैं. बता दे कि इस सूची के जारी होने से पहले, सोमवार को पार्टी ने 18 उम्मीदवारों की पहली सूची जारी की थी. पहली सूची में पुलवामा से मोहम्मद खलील बंद, शोपियां से शेख मोहम्मद रफी, और डोडा से खालिद नजीब सोहरवर्दी जैसे नाम शामिल थे.
देखें किसे कहां से मिला मौका ?
- कंगन (एसटी)- मियां मेहर अली
- गांदरबल- उमर अब्दुल्ला
- हज़रतबल- सलमान अली सागर
- खानयार- अली मोहम्मद सागर
- हब्बा कदल- शमीमा फिरदौस
- लाल चौक- अहसान परदेसी
- चनापोरा- मुश्ताक गुरु
- जदीबल- तनवीर सादिक
- ईदगाह- मुबारक गुल
- खान साहब- सैफ-उद-दीन भट्ट
- चार-ए-शरीफ- अब्दुल रहीम राथर
- चादूरा- अली मोहम्मद डार
- गुलाब घर (एसटी)- एर. खुर्शीद
- कालाकोट/सुंदरबनी- यशु वर्धन सिंह
- नौशेरा- सुरिंदर चौधरी
- बुधल (एसटी)- जाविद चौधरी
- पुंछ हवेली- अजाज अहमद जान
- मेंढर (एसटी)- जाविद राणा
- करना- जाविद मिर्चल
- त्रेहगाम- मीर सैफुल्लाह
- कुपवाड़ा- नासिर असलम वानी (सोगामी)
- लोलाब- कैसर जमशीद लोन
- हंदवाड़ा- चौधरी मोहम्मद रमज़ान
- सोपोर- इरशाद रसूल कार
- राफियाबाद- जावीद अहमद डार
- उरी- डॉ सज्जाद शफ़ी उरी
- बारामूला- जाविद हुसैन बेघ
- टंगमर्ग- फारूक अहमद शाह
- पट्टन- जाविद रेयाज़ बेदार
- सोनवारी- हिलाल अकबर लोन
- गुरेज़ (एसटी)- नज़ीर अहमद गुरेज़ी
- जम्मू उत्तर- अजय कुमार सधोत्रा
नेशनल कॉन्फ्रेंस और कांग्रेस के बीच सीट बंटवारा

आपको बता दे कि नेशनल कॉन्फ्रेंस और कांग्रेस के बीच लंबी बातचीत के बाद, सोमवार को सीटों के बंटवारे को लेकर सहमति बन गई. इस समझौते के तहत, नेशनल कॉन्फ्रेंस 51 सीटों पर चुनाव लड़ेगी, जबकि कांग्रेस 32 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारेगी. इसके अलावा, दोनों पार्टियों के गठबंधन में शामिल मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) और जम्मू-कश्मीर नेशनल पैंथर्स पार्टी को एक-एक सीट दी गई है. इस सीट बंटवारे के समझौते से राज्य में विपक्षी गठबंधन की मजबूती का संकेत मिलता है.
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तीन चरणों में होंगे चुनाव
जम्मू-कश्मीर (Jammu and Kashmir) की 90 विधानसभा सीटों के लिए चुनाव तीन चरणों में आयोजित किए जाएंगे. ये चरण 18 सितंबर, 25 सितंबर, और 1 अक्टूबर को होंगे. चुनाव के परिणामों का ऐलान 4 अक्टूबर को होने की उम्मीद है. यह चुनाव जम्मू-कश्मीर के लिए विशेष महत्व रखता है, क्योंकि यह 2019 में अनुच्छेद 370 के हटाए जाने और राज्य को केंद्र शासित प्रदेश में बदलने के बाद पहला विधानसभा चुनाव है.
10 साल बाद होने जा रहे चुनाव

अनुच्छेद 370 के हटाए जाने के बाद से जम्मू-कश्मीर को एक केंद्र शासित प्रदेश के रूप में शासित किया जा रहा है, जिसमें प्रमुख शक्तियां उपराज्यपाल के पास हैं. मौजूदा समय में जम्मू-कश्मीर के उप राज्यपाल मनोज कुमार सिन्हा हैं. राज्य का दर्जा वापस दिलाने की मांग और चुनावी प्रक्रिया के जरिए लोकतंत्र की बहाली का मुद्दा इस चुनाव में अहम रहेगा. उमर अब्दुल्ला द्वारा चुनाव लड़ने का फैसला पार्टी और गठबंधन के लिए महत्वपूर्ण साबित हो सकता है, विशेष रूप से गांदरबल जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्र में.
राज्य की राजनीतिक स्थिति को मिलेगी नई दिशा

जम्मू-कश्मीर (Jammu and Kashmir) में होने वाले विधानसभा चुनाव न केवल राज्य के राजनीतिक भविष्य को प्रभावित करेंगे, बल्कि केंद्र सरकार और विपक्ष के बीच के समीकरणों पर भी गहरा प्रभाव डाल सकते हैं. नेशनल कॉन्फ्रेंस और कांग्रेस के बीच सीटों का बंटवारा और उमर अब्दुल्ला का चुनाव लड़ने का निर्णय इस चुनावी मौसम में एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित हो सकता है. इन चुनावों के नतीजे जम्मू-कश्मीर के भविष्य की दिशा तय करेंगे और राज्य की राजनीतिक स्थिति को नई दिशा देंगे.