Jammu and Kashmir Elections: जम्मू-कश्मीर में आगामी विधानसभा चुनावों के लिए सियासी सरगर्मियां तेज हो गई हैं। नेशनल कॉन्फ्रेंस ने कांग्रेस के साथ गठबंधन करने के बाद पीडीपी के साथ किसी भी प्रकार के तालमेल की संभावनाओं को पूरी तरह से खारिज कर दिया है। नेशनल कॉन्फ्रेंस के वरिष्ठ नेता और जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने स्पष्ट रूप से कहा है कि विधानसभा चुनाव में पीडीपी के साथ कोई गठबंधन नहीं होगा। उनका यह बयान राजनीतिक रूप से इसलिए अहम है क्योंकि पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने हाल ही में नेशनल कॉन्फ्रेंस के साथ गठबंधन के संकेत दिए थे।
Read more: UP Constable Recruitment: तीसरे दिन भी चला परीक्षा का कड़ा मापदंड, अब तक 4 सॉल्वर समेत 10 गिरफ्तार
पीडीपी ने कमजोर किया ‘इंडिया गठबंधन’
उमर अब्दुल्ला ने पीडीपी के खिलाफ तीखे तेवर अपनाते हुए कहा कि लोकसभा चुनाव के दौरान पीडीपी ने ‘इंडिया गठबंधन’ के उम्मीदवारों के खिलाफ चुनाव लड़कर गठबंधन की संभावनाओं को कमजोर कर दिया था। उन्होंने कहा, “ऐसी स्थिति में पीडीपी के साथ हाथ मिलाने का कोई सवाल ही नहीं उठता।” उमर ने स्पष्ट किया कि नेशनल कॉन्फ्रेंस और कांग्रेस के गठबंधन के बाद अब पीडीपी के साथ किसी भी प्रकार का गठबंधन संभव नहीं है।
Read more: UP: वरिष्ठ IAS अधिकारियों की कमी से जूझ रहा उत्तर प्रदेश, राज्य की प्रशासनिक मशीनरी पर बढ़ता दबाव
कांग्रेस के साथ गठबंधन पर बनी सहमति
हाल ही में कांग्रेस और नेशनल कॉन्फ्रेंस के बीच गठबंधन की घोषणा की गई थी। कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और वरिष्ठ नेता राहुल गांधी ने इस गठबंधन को अंतिम रूप देने के लिए फारूक अब्दुल्ला और उमर अब्दुल्ला के साथ गहन चर्चा की थी। हालांकि, अभी यह तय नहीं हुआ है कि दोनों दल कितनी सीटों पर चुनाव लड़ेंगे, लेकिन गठबंधन को लेकर सहमति बन चुकी है।
महबूबा मुफ्ती के संकेतों को किया खारिज
नेशनल कॉन्फ्रेंस के कांग्रेस से गठबंधन के बाद पीडीपी की नेता और पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने अपने घोषणा पत्र में नेशनल कॉन्फ्रेंस के साथ संभावित गठबंधन की बात कही थी। उन्होंने कहा था कि अगर नेशनल कॉन्फ्रेंस और कांग्रेस उनके एजेंडे को स्वीकार करते हैं तो वे गठबंधन के लिए तैयार हैं। हालांकि, उमर अब्दुल्ला ने इन संभावनाओं को खारिज करते हुए स्पष्ट कर दिया कि उनकी पार्टी पीडीपी के साथ किसी भी प्रकार का गठबंधन नहीं करेगी।
‘जम्मू-कश्मीर में हमारी सरकार बनना तय’
उमर अब्दुल्ला ने अपनी पार्टी के आगामी चुनाव में जीत का दावा करते हुए कहा कि इस बार जम्मू-कश्मीर में नेशनल कॉन्फ्रेंस की सरकार बनना तय है। हालांकि, उन्होंने सीटों की संख्या पर चर्चा करने से इनकार करते हुए कहा, “हम सीटों की संख्या पर चर्चा नहीं करेंगे क्योंकि यह मजाक बन जाता है।” उन्होंने कहा कि इस बार उनका गठबंधन अपनी ताकत दिखाने में कामयाब होगा और चुनाव में विजय प्राप्त करेगा।
पीडीपी ने जारी किया घोषणा पत्र
इस बीच, पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने अपनी पार्टी का चुनावी घोषणा पत्र जारी कर दिया है। इसमें उन्होंने 200 यूनिट मुफ्त बिजली देने, पुरानी पेंशन योजना को बहाल करने, और एलओसी के पार भारत-पाकिस्तान के बीच व्यापार की बहाली जैसे वादे किए हैं। महबूबा मुफ्ती ने कहा कि उनके लिए कश्मीर समस्या का समाधान सबसे महत्वपूर्ण है और अगर नेशनल कॉन्फ्रेंस और कांग्रेस उनके एजेंडे को स्वीकार करने के लिए तैयार हों, तो वे किसी भी सीट पर चुनाव लड़े बिना इन दलों का समर्थन करने के लिए तैयार हैं।
मुकाबले में BJP, PDP और NC-कांग्रेस गठबंधन आमने-सामने
उमर अब्दुल्ला के बयान के बाद जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव के लिए सियासी समीकरण और भी स्पष्ट हो गए हैं। अब मुख्य मुकाबला बीजेपी, पीडीपी और नेशनल कॉन्फ्रेंस-कांग्रेस गठबंधन के बीच माना जा रहा है। चुनाव तीन चरणों में 18 सितंबर से 1 अक्टूबर के बीच होंगे, और 4 अक्टूबर को नतीजों की घोषणा की जाएगी। अब देखना दिलचस्प होगा कि इस राजनीतिक घमासान में किस पार्टी को जनता का समर्थन मिलता है और कौन जम्मू-कश्मीर में अगली सरकार बनाएगा।
Read more: UP: BJP विधायक की टिप्पणी पर अखिलेश यादव का कड़ा विरोध, Mayawati को लेकर लगाए गए आरोपों पर उठाए सवाल