ITC Share Price: हफ्ते के आखिरी कारोबारी दिन भारतीय शेयर बाजार में जबरदस्त तेजी देखने को मिली। आईटीसी और आईटी कंपनियों के मजबूत प्रदर्शन की बदौलत सेंसेक्स 911 अंक उछलकर 81,863 के स्तर पर पहुंच गया। वहीं, निफ्टी50 इंडेक्स 254 अंक बढ़कर 24,864 पर बंद हुआ। इस तेजी के कारण बीएसई पर लिस्टेड सभी कंपनियों का कुल मार्केट कैप 3 लाख करोड़ रुपये बढ़कर 441.98 लाख करोड़ रुपये हो गया।
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टॉप गेनर्स में आईटीसी, इन्फोसिस और पावर ग्रिड
बताते चले कि, सेंसेक्स में आईटीसी, इन्फोसिस, पावर ग्रिड, अल्ट्राटेक सीमेंट और एचसीएल टेक जैसी कंपनियों के शेयरों में 2% तक की बढ़त देखी गई। दूसरी ओर, सन फार्मा, आईसीआईसीआई बैंक, महिंद्रा एंड महिंद्रा और इंडसइंड बैंक के शेयरों में गिरावट आई। खासतौर पर सन फार्मा के शेयर 5% टूट गए क्योंकि मार्च तिमाही में कंपनी का मुनाफा 19% गिरकर 2,154 करोड़ रुपये रह गया।
सेक्टोरल इंडेक्स में मिला-जुला प्रदर्शन
निफ्टी आईटी और एफएमसीजी इंडेक्स में लगभग 1% की तेजी देखी गई, जबकि फार्मा और हेल्थकेयर इंडेक्स में क्रमशः 0.9% और 0.7% की गिरावट आई। वहीं, मिडकैप और स्मॉलकैप इंडेक्स में हल्की बढ़त देखने को मिली।
विदेशी निवेशकों की बिकवाली से बाजार पर दबाव
गुरुवार को विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (FPI) ने भारतीय शेयर बाजार से 5,045 करोड़ रुपये के शेयर बेच दिए। यह पिछले चार दिनों में तीसरी बार है जब एफपीआई ने भारतीय बाजार से पैसा निकाला है। इसके विपरीत, घरेलू निवेशकों (DII) ने उसी दिन 3,715 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे, जिससे घरेलू निवेशकों का बाजार में विश्वास कायम दिखा।
अमेरिका की अर्थव्यवस्था पर चिंता का असर वैश्विक बाजारों पर
अमेरिका में 30 साल के ट्रेजरी बॉन्ड यील्ड में तेजी आई, जिससे विदेशी पूंजी बॉन्ड बाजार की ओर आकर्षित हो गई और भारत जैसे उभरते बाजारों से इक्विटी में गिरावट आने लगी। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के टैक्स बिल के पारित होने से अगले 10 वर्षों में अमेरिकी कर्ज में 3.8 ट्रिलियन डॉलर का इजाफा होने की संभावना है। इसके चलते मूडीज ने अमेरिका की क्रेडिट रेटिंग डाउनग्रेड कर दी है।
एशियाई बाजारों में मिला-जुला रुख
एशियाई बाजारों में भी शुक्रवार को कुछ सुधार देखने को मिला। जापान का निक्केई 1% बढ़ा क्योंकि अप्रैल में महंगाई दर दो सालों में सबसे तेज गति से बढ़ी। दूसरी ओर, हांगकांग और चीनी शेयर बाजारों में सुस्ती रही।
कच्चे तेल और रुपये में गिरावट
शुक्रवार को अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट दर्ज की गई। ब्रेंट क्रूड 37 सेंट गिरकर 64.07 डॉलर और डब्ल्यूटीआई क्रूड 39 सेंट गिरकर 60.81 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया। इसके साथ ही भारतीय रुपया भी 15 पैसे टूटकर 86.10 पर पहुंच गया।
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