Ayodhya News: 500 सालों के लंबे इंतजार के बाद अयोध्या में 22 जनवरी को रामलला विराजमान होंगे। प्राण प्रतिष्ठा के लिए बहुत ही जोरों से तैयारियां चल रही है। पूरे देश में राममय माहौल है। इसी बीच रामलला के मुख्य पुजारी सत्येंद्र दास ने एक मीडिया चैनल से खास बातचीत की है। इस दौरान उन्होंने कहा कि रामलला जब 28 साल तक तिरपाल में थे, उस समय बहुत सारी समस्याएं आई, लेकिन उस वक्त वो कुछ भी नहीं कर पाए। वजह यह थी कि उस समय वहां पर रिसीवर बैठाएं गए थे, कोर्ट के आदेश पर। रामलला जब कपड़े और मुकुट पहनकर वहां विराजमान होंगे तो यह दिव्य दिखाई देगा। जिस परमधाम की हम कल्पना करते हैं वह राम मंदिर के गर्भगृह में दिखाई देगा
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28 साल तक ऐसी समस्याओं का हमें सामना करना पड़ा
इसी कड़ी में आगे उन्होंने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि जब भी रिसीवर से समस्या का समाधान करने को कहा जाता था तो जवाब यह मिलता था कि कोर्ट के आदेश से ही होगा। इसलिए 28 साल तक ऐसी समस्याओं का हमें सामना करना पड़ा। कुछ ऐसे पल भी आए जब मैं काफी भावुक हुआ। लेकिन हमने प्रभु से प्रार्थना की, हमारे हृदय में ऐसा उद्दार आता थी कि आप किसी भी प्रकार की चिंता न करें। जैसे 14 साल बाद भगवान राम वनवास कर के अयोध्या आए थे, ठीक उसी तरह भगवान राम तिरपाल से उठकर राम मंदिर में विराजमान होंगे। ऐसा आभास होता था और भगवान राम से ऐसी प्रेरणा मिलती थी। इसी भावना के तहत 28 साल तक जीत गया।
हमारी कल्पनाएं अब 22 जनवरी को पूरी होंगी
इसके बाद उन्होंने कहा कि हमारे भक्त की आशाएं और हमारी कल्पनाएं अब 22 जनवरी को पूरी होने जा रही है। फिर भगवान राम की मूर्ति पर उन्होंने कहा कि अब तक हमने मूर्ति नहीं देखी। मैं मूर्ति देखने जाउंगा। देखने के साथ साथ उसी में हम अपनी सहमती भी देंगे। हम ऐसी मूर्ति की कामना करते है जो श्याम रंग की हो, क्योंकि हमारे प्रभु श्याम रंग के है। जिसके बाद उन्होंने प्राण प्रतिष्ठा को लेकर कहा कि प्राण प्रतिष्ठा के कई प्रकार होते हैं। समस्त देवी देवताओं, नवग्रहों की पूजा और स्थापना की जाती है। बता दें कि अयोध्या में भव्य राम मंदिर लगभग बनकर तैयार हो चुका है। 22 जनवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों राम लला की प्राण प्रतिष्ठा की जाएगी। इसके मद्देनजर अयोध्या को भव्य तरीके से सजा दिया गया है। साथ ही विकास कार्यों को भी अंतिम रूप दिया जा रहा है।
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