Israel News: मंगलवार को गाजा पट्टी के विभिन्न क्षेत्रों में इजरायली सेना और हमास लड़ाकों के बीच भीषण लड़ाई हुई। इजरायली सेना ने दावा किया है कि इस संघर्ष में बड़ी संख्या में हमास लड़ाके मारे गए हैं। दूसरी ओर, फलस्तीनी स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि इजरायल (Israel) द्वारा दक्षिण और मध्य गाजा में की गई भीषण बमबारी में कम से कम 60 फलस्तीनी नागरिक मारे गए हैं। इनमें एक स्कूल पर हुए हमले में मारे गए 16 शरणार्थी भी शामिल हैं।
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हमास का आरोप: युद्धविराम वार्ता को पटरी से उतारना
हमास ने आरोप लगाया है कि इजरायल इस तरह के हमले कर गाजा युद्धविराम वार्ता को पटरी से उतारना चाहता है। जबकि इजरायली सेना का कहना है कि वह हमास लड़ाकों को जड़ से उखाड़ने की कोशिश कर रही है। इजरायली सेना ने यह भी बताया कि उन्होंने रफाह में सैनिकों की इंटेलिजेंस आधारित गतिविधियां जारी रखी हैं, जिसका मुख्य लक्ष्य हमास लड़ाके, टनल और हमास के अन्य ढांचे हैं।
दक्षिणी गाजा में रफाह और खान यूनिस पर हमले
फलस्तीनी अधिकारियों के अनुसार, इजरायली सेना ने गाजा की दक्षिणी सीमा पर रफाह में मई से अभियान चला रखा है। मंगलवार को दक्षिणी गाजा के खान यूनिस में एक घर पर हुए हमले में एक व्यक्ति, उसकी पत्नी और दो बच्चों समेत पांच लोगों की जान चली गई। इसके बाद खान यूनिस में ही एक कार पर हुए हमले में 17 फलस्तीनियों की मौत हो गई और 26 अन्य घायल हुए। यह हमला खान यूनिस के बाहर सेना द्वारा घोषित “सुरक्षित क्षेत्र” में हुआ।
शरणार्थियों पर हमले
स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि अट्टार स्ट्रीट में एक टेंट में आश्रय लिए शरणार्थियों पर हवाई हमले किए गए। सेंट्रल गाजा के ऐतिहासिक नुसरत कैंप पर एक हवाई हमले में चार फलस्तीनियों की जान चली गई। उत्तरी गाजा के शेख जायद में भी चार लोगों की मौत हुई। इन हमलों के कुछ घंटे बाद इजरायली सेना ने सेंट्रल गाजा में नुसरत कैंप के संयुक्त राष्ट्र द्वारा संचालित स्कूल में शरण लिए लोगों पर हवाई हमले किए, जिसमें 16 लोग मारे गए और कई अन्य घायल हो गए।
मानवता पर हमला
गाजा (Gaza) में जारी यह हिंसा और हत्याएं मानवता पर एक गहरा घाव हैं। इजरायली हमलों में निर्दोष नागरिकों की जानें जा रही हैं, जिनमें महिलाएं और बच्चे भी शामिल हैं। हमास और इजरायल के बीच यह संघर्ष न केवल राजनीतिक है, बल्कि इसका सीधा असर आम जनता पर पड़ रहा है। दोनों पक्षों को समझना चाहिए कि हिंसा से किसी भी समस्या का समाधान नहीं हो सकता। इस संघर्ष को तत्काल रोकने और शांति वार्ता के माध्यम से समाधान खोजने की आवश्यकता है। गाजा में हिंसा की यह घटना सिर्फ एक क्षेत्रीय संघर्ष नहीं है, बल्कि यह एक वैश्विक चिंता का विषय है।
संयुक्त राष्ट्र और अन्य अंतर्राष्ट्रीय संगठनों को इस मुद्दे पर तत्काल हस्तक्षेप करना चाहिए। निर्दोष नागरिकों की मौत और उनके आश्रयों पर हमले किसी भी सूरत में स्वीकार्य नहीं हैं। हमें मिलकर एक ऐसा प्रयास करना होगा जिससे गाजा में स्थायी शांति स्थापित हो सके और आम नागरिकों को इस भयावह स्थिति से निजात मिल सके।
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