IPL 2025 2025: स्वास्थ्य सेवा महानिदेशालय (DGHS) ने भारतीय प्रीमियर लीग (IPL) के चेयरमैन को पत्र लिखकर IPL के दौरान शराब और तंबाकू के विज्ञापनों पर रोक लगाने की मांग की है। साथ ही, इस पत्र में सरोगेट विज्ञापनों और बिक्री को भी प्रतिबंधित करने की बात की गई है। आईपीएल 2025 के आगामी संस्करण को लेकर यह मुद्दा अब प्रमुख बन गया है, जिससे इस विषय पर चर्चा शुरू हो गई है।
तंबाकू और शराब से होने वाली गंभीर बीमारियां

DGHS ने अपने पत्र में उल्लेख किया है कि भारत में इन दिनों डायबिटीज़, कैंसर, फेफड़ों की बीमारियाँ जैसे गंभीर स्वास्थ्य संकट तेज़ी से बढ़ रहे हैं। इन बीमारियों के कारणों में शराब और तंबाकू का सेवन प्रमुख भूमिका निभा रहा है। रिपोर्ट्स के अनुसार, भारत में तंबाकू के कारण होने वाली मौतों में भारत दुनिया में दूसरे स्थान पर है। वहीं, शराब के कारण हर साल 14 लाख लोगों की मौत हो जाती है। यह स्वास्थ्य संकट देश के लिए एक गंभीर चिंता का विषय बन चुका है, जिसे रोकने के लिए इस तरह के प्रतिबंध की आवश्यकता महसूस हो रही है।
IPL में विज्ञापनों से होने वाली कमाई
IPL दुनिया की सबसे बड़ी और सबसे लोकप्रिय टी20 लीग है, जिसे भारत में विशेष रूप से बहुत पसंद किया जाता है। टूर्नामेंट का हर मैच भारत के विभिन्न शहरों में काफी धूमधाम से खेला जाता है। IPL के दौरान विज्ञापन और स्पॉन्सरशिप से बहुत बड़ी कमाई होती है। एक रिपोर्ट के अनुसार, JioStar ने IPL 2025 के लिए 4,500 करोड़ रुपये के रेवेन्यू का लक्ष्य रखा है।

वहीं, सभी 10 टीमों के लिए स्पॉन्सरशिप से करीब 1,300 करोड़ रुपये की कमाई का अनुमान है।हालांकि, इन विज्ञापनों के बावजूद, तंबाकू और शराब के विज्ञापन पर रोक लगाने की मांग हो रही है। इसका मुख्य कारण यह है कि इन उत्पादों के प्रचार से समाज पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है और युवाओं को भी इनकी ओर आकर्षित किया जा सकता है, जो उनके स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है।
IPL 2025 का आगाज
आईपीएल 2025 का 18वां संस्करण 22 मार्च से शुरू होने जा रहा है। इस टूर्नामेंट की शुरुआत कोलकाता नाइट राइडर्स और रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के बीच होने वाले पहले मैच से होगी, जो ईडन गार्डन स्टेडियम में खेला जाएगा। यह टूर्नामेंट लगभग 2 महीने तक चलेगा, और इसका फाइनल 25 मई को खेला जाएगा।

IPL के इस नए संस्करण में हर टीम ने अपनी तैयारियां पूरी कर ली हैं, और इसमें टीमों के बीच कड़ी प्रतिस्पर्धा देखने को मिलेगी।साथ ही, यह देखना होगा कि DGHS की पत्राचार और तंबाकू और शराब के विज्ञापनों पर रोक लगाने की मांग का क्या असर होता है। अगर यह प्रतिबंध लागू होता है, तो IPL के प्रचार और विज्ञापनों में बड़ा बदलाव आ सकता है। इस कदम से यह भी संभव है कि सोशल मीडिया, टीवी और अन्य प्लेटफॉर्म्स पर विज्ञापन रणनीतियों को नया रूप दिया जाए।