International Yoga Day 2025: आज पूरी दुनिया अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के उपलक्ष्य में योग के महत्व को सम्मान दे रही है। इस अवसर पर भारत अपनी सांस्कृतिक गहराई और योग के जरिए वैश्विक मंच पर अपनी सौम्य ताकत का परिचय देगा। 191 देशों के करीब 1,300 शहरों में योग से जुड़े कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे, जो न सिर्फ शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को बढ़ावा देंगे, बल्कि भारत की प्राचीन विरासत को भी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उजागर करेंगे।
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पीएम मोदी ने योग सत्र में लिया भाग…
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विशाखापत्तनम से अंतरराष्ट्रीय योग दिवस 2025 के कार्यक्रम की अगुवाई की। इस अवसर पर आयोजित योग सत्र में उनके साथ आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू और उपमुख्यमंत्री पवन कल्याण भी सम्मिलित हुए। देशभर में हो रहे योग दिवस समारोहों की यह प्रमुख झलक रही, जो एकता, स्वास्थ्य और भारतीय सांस्कृतिक विरासत को उजागर करती है।
PM मोदी नें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के लिए कही ये बात…
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर अपने संबोधन में कहा कि उन्हें तब गर्व होता है जब वे देखते हैं कि दिव्यांगजन ब्रेल लिपि में योग शास्त्र पढ़ते हैं, वैज्ञानिक अंतरिक्ष में योग अभ्यास करते हैं, और देश के युवा गांव-गांव में योग ओलंपियाड में भाग लेते हैं। उन्होंने यह भी बताया कि भारतीय नौसेना के जहाजों पर भी शानदार योग सत्र आयोजित किए जा रहे हैं। प्रधानमंत्री ने ज़ोर देकर कहा कि चाहे वह ऑपेरा हाउस की सीढ़ियां हों, एवरेस्ट की ऊंचाइयां हों या समुद्र की गहराइयां—हर जगह एक ही संदेश गूंज रहा है: योग सबके लिए है, यह सीमाओं, पृष्ठभूमि या क्षमताओं से परे है।
श्रीनगर के लाल चौक पर भी हुआ आयोजन…
अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर श्रीनगर के प्रतिष्ठित लाल चौक स्थित घंटा घर पर भाजपा द्वारा योग कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस विशेष योग सत्र में बड़ी संख्या में लोगों ने भाग लिया, जिससे पूरे क्षेत्र में उत्साह और ऊर्जा का माहौल देखने को मिला। कार्यक्रम के माध्यम से योग के प्रति लोगों की जागरूकता और सहभागिता का अद्भुत उदाहरण सामने आया।
शिवराज सिंह ने योग के लिए कही ये बात…
केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर अपने अनुभव साझा करते हुए कहा कि एक समय उनका गंभीर हादसा हुआ था, जिसके बाद वे अस्पताल के बिस्तर पर लेटे हुए यह सोचते थे कि क्या वे कभी सामान्य लोगों की तरह चल-फिर सकेंगे। उन्होंने बताया कि योग ने उनकी जीवनशैली में ऐसा बदलाव लाया कि आज वे न केवल चलने-फिरने में सक्षम हैं, बल्कि सक्रिय रूप से कार्य भी कर रहे हैं। योग के नियमित अभ्यास ने उन्हें फिर से स्वस्थ और आत्मनिर्भर जीवन जीने की शक्ति दी।
पीएम मोदी का कहना है…
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर अपने संबोधन में कहा कि दुर्भाग्यवश आज पूरी दुनिया अनेक क्षेत्रों में तनाव, अशांति और अस्थिरता के दौर से गुजर रही है। ऐसे चुनौतीपूर्ण समय में योग मानवता को शांति, स्थिरता और संतुलन की राह दिखाता है। उन्होंने कहा कि योग एक ऐसा “विराम बटन” है, जो हमें रुककर सोचने, भीतर झांकने, और फिर से मानसिक, शारीरिक और आत्मिक रूप से पूर्णता की ओर बढ़ने का अवसर देता है।