International Women’s Day 2025: हर साल 8 मार्च को मनाया जाने वाला अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस महिलाओं के अद्वितीय योगदान को मान्यता देने, उन्हें सम्मानित करने और उनके अधिकारों को बढ़ावा देने के उद्देश्य से एक महत्वपूर्ण अवसर है। यह दिन दुनिया भर में महिलाओं के सामाजिक, आर्थिक, सांस्कृतिक और राजनीतिक योगदान को उजागर करने के साथ-साथ लैंगिक समानता और महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देने के लिए मनाया जाता है। अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस महिलाओं की उपलब्धियों का जश्न मनाने का समय होता है और साथ ही यह मौजूदा असमानताओं के बारे में जागरूकता फैलाने का भी एक महत्वपूर्ण मंच है।
Read more :Champions Trophy 2025:भारत और न्यूजीलैंड के बीच होगी जोरदार टक्कर, दुबई में आज है असली मुकाबला
अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस 2025 की थीम
इस वर्ष, अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस को ‘एक्सीलरेट एक्शन’ (Accelerate Action) थीम के तहत मनाया जाएगा। ‘एक्सीलरेट एक्शन’ का उद्देश्य महिलाओं की उन्नति के लिए सकारात्मक प्रभाव डालने वाली रणनीतियों, संसाधनों और गतिविधियों को पहचानना और उन पर कार्यान्वयन का समर्थन करना है।

यह एक वैश्विक आह्वान है, जो महिलाओं के अधिकारों को बढ़ावा देने के लिए तत्काल और प्रभावी कदम उठाने की आवश्यकता को रेखांकित करता है। इस थीम का उद्देश्य समाज में महिलाओं की स्थिति को बेहतर बनाने के लिए तेज़ और प्रभावशाली कदम उठाना है, ताकि वे हर क्षेत्र में समान अवसरों का लाभ उठा सकें।
Read more :Elon Musk 14वीं बार बने पिता, पार्टनर शिवॉन जिलिस ने दिया बेटे को जन्म
अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस का इतिहास
अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस का इतिहास बहुत पुराना है और यह सामाजिक बदलाव के आंदोलनों से जुड़ा हुआ है। इसे पहली बार 19 मार्च, 1911 को संयुक्त राज्य अमेरिका और कई यूरोपीय देशों में मनाया गया था। हालांकि, इसे आधिकारिक रूप से संयुक्त राष्ट्र द्वारा 1975 में 8 मार्च को घोषित किया गया था।

महिला दिवस का विचार 1908 के मजदूर आंदोलन से उत्पन्न हुआ, जब न्यूयॉर्क में महिला श्रमिकों ने बेहतर वेतन, कम काम के घंटे और मतदान के अधिकार की मांग करते हुए प्रदर्शन किया। इस आंदोलन का नेतृत्व सोशलिस्ट पार्टी ऑफ अमेरिका ने किया था, और इसने महिलाओं के अधिकारों के लिए संघर्ष को एक मजबूत दिशा दी।
अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस का महत्व

अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस का महत्व बहुत व्यापक है। यह दिन महिलाओं द्वारा सांस्कृतिक, राजनीतिक, सामाजिक और आर्थिक क्षेत्रों में प्राप्त की गई उपलब्धियों को मान्यता देने के लिए मनाया जाता है। यह दिन लैंगिक भेदभाव, असमानताओं और पूर्वाग्रहों को समाप्त करने के लिए प्रेरणा देता है और समान अधिकारों की दिशा में कदम उठाने के लिए एक वैश्विक मंच प्रदान करता है। इस दिन का उद्देश्य न केवल महिलाओं के अधिकारों की रक्षा करना है, बल्कि उनकी आकांक्षाओं और संघर्षों को भी आवाज देना है, ताकि वे समाज में अपनी पूरी क्षमता तक पहुँच सकें।