International News: सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान ने हज कोटा को लेकर एक बड़ा फैसला किया है, जिसका असर भारतीय हज यात्रियों पर पड़ेगा। इस फैसले के तहत भारत का हज कोटा कम कर दिया गया है, जबकि पाकिस्तान का कोटा बढ़ा दिया गया है। यह फैसला भारतीय हज यात्रियों के लिए एक बड़ा झटका है क्योंकि हर साल लाखों लोग हज यात्रा पर जाते हैं। लेकिन अब उनकी संख्या में 80% की कटौती की गई है।
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क्या है हज कोटा?
हज कोटा का मतलब है कि किसी देश से कितने लोग हज यात्रा पर जा सकते हैं। यह कोटा सऊदी अरब सरकार द्वारा तय किया जाता है और यह देश की आबादी और अन्य कारकों पर आधारित होता है। हज कोटा का उद्देश्य हज यात्रा को व्यवस्थित और सुरक्षित बनाना है, ताकि हज यात्रियों को किसी तरह की परेशानी न हो।
इस साल लगभग 42 हजार लोगों ने हज करने की तैयारी की थी। भारत के निजी हज स्कीम के तहत मिलने वाले कोटे में 80% की भारी कटौती करते हुए सऊदी अरब ने अब सिर्फ 10,000 हाजियों को मंजूरी दी है। वहीं, प्राइवेट स्कीम में 24,000 लोग पाकितान में हैं। इस साल भारत को कुल 1,750,025 हज कोटा मिला था। 1,22,518 हाजियों की व्यवस्था हज कमेटी ऑफ इंडिया ने की थी और बाकी 52,507 हाजियों की व्यवस्था निजी टूर ऑपरेटरों को दी गई थी। भारत सरकार ने 26 बड़ी मायता प्रात संथा के तहत नेइन टूर ऑपरेटर्स को कंबाइंड हज ग्रुपग्रु ऑपरेटर्स (सीएचजीओ) बनाया।
भारत के लिए क्या है इसका मतलब
यह फैसला भारतीय मुस्लिम समुदाय के लिए भी एक बड़ा झटका है, जो हज यात्रा को एक महत्वपूर्ण धार्मिक अनुष्ठान मानते हैं। यह फैसला सऊदी अरब की ओर से लिया गया है, और इसके पीछे के कारणों का अभी तक पता नहीं चल पाया है। हालांकि, यह माना जा रहा है कि यह फैसला सऊदी अरब की नीतियों में बदलाव के तहत लिया गया है। कुछ जानकारों का मानना है कि यह फैसला सऊदी अरब के पाकिस्तान के साथ बढ़ते संबंधों के कारण लिया गया है, जबकि अन्य का मानना है कि यह फैसला सऊदी अरब की हज यात्रा को अधिक व्यवस्थित और सुरक्षित बनाने की कोशिश का हिस्सा है।
आगे क्या होगा ?
अब देखना होगा कि भारत सरकार इस फैसले पर क्या प्रतिक्रिया देती है और क्या कदम उठाती है। यह भी देखना होगा कि सऊदी अरब सरकार इस फैसले के पीछे के कारणों को क्या बताती है और क्या यह फैसला भविष्य में बदला जाएगा। भारतीय मुस्लिम समुदाय और हज यात्रियों को उम्मीद है कि भारत सरकार इस मुद्दे पर सऊदी अरब सरकार से बातचीत करेगी और हज कोटा को बढ़ाने की कोशिश करेगी।