प्रदेश के हर विकास खण्ड में नई दुग्ध समितियों के गठन के निर्देश…

Shankhdhar Shivi
By Shankhdhar Shivi

लखनऊ संवाददाता- विवेक शाही

लखनऊ: विधान भवन स्थित कार्यालय में समीक्षा बैठक करते हुए निर्देश दिए कि नन्द बाबा दुग्ध मिशन के तहत आगामी तीन माह में प्रदेश के प्रत्येक विकास खण्ड में एक-एक नई दुग्ध समितियों का गठन किया जाये और दुग्ध उत्पादकों को गाँव में ही उनके दूध के उचित मूल्य पर विक्रय की सुविधा उपलब्ध कराई जाए। 25 अच्छे नस्ल की देशी गायों की अत्याधुनिक गौवंशीय डेयरी फार्म की योजना बनायी जाए, जिससे छोटे एवं मध्यम किसानों और पशुपालकों को लाभ मिल सके, उनकी आय में वृद्धि हो और स्थानीय स्तर पर स्वरोजगार का सृजन हो सके।

योजना के माध्यम से होगी पशुपालकों की आय में बढ़ोतरी…


इस योजना के माध्यम से दुग्ध उत्पादन के क्षेत्र में क्रांतिकारी वृद्धि के साथ ही किसानों एवं पशुपालकों की आय में बढ़ोत्तरी होगी। इसलिए मिशन के कार्यों को पूर्ण करने में अधिकारी अपना शत-प्रतिशत योगदान सुनिश्चित करें। लम्बे समय से निष्क्रिय दुग्ध समितियों को पुनर्जीवित करने के लिए उनका सर्वे कराकर चिन्हित किया जाए, ताकि उन्हें सक्रिय कर उपयोगी बनाया जा सके। नन्द बाबा दुग्ध मिशन एक ऐसा मिशन है जो पशुधन विकास और दुग्ध किसानों की आय में वृद्धि करने के लिए आवश्यक है।

इस मिशन की प्रेरणा लोक कल्याण संकल्प पत्र-2022 से ली गयी है एवं इसके अंतर्गत, प्रदेश के दुग्ध उत्पादन में उत्कृष्टता को बढ़ावा देने के लिए 1000 करोड़ रुपये की लागत से प्रदेश को दुग्ध उत्पादन में अग्रणी राज्य बनाने का संकल्प लिया गया है। नन्द बाबा दुग्ध मिशन के तहत विकासशील योजनाओं की समीक्षा की और स्वदेशी गौ-संवर्धन योजना और मुख्यमंत्री प्रगतिशील पशुपालक प्रोत्साहन योजना पर आवश्यक दिशा निर्देश दिए। यह मिशन मा. मुख्यमंत्री जी द्वारा किसानों की आय दोगुना किये जाने के संकल्प को पूरा करने में भी अपना अहम योगदान देगा।

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नंद बाबा दुग्ध मिशन का यह है लक्ष्य…


नन्द बाबा दुग्ध मिशन एक नवाचारी मिशन है और इसका लक्ष्य है कि सभी किसानों, विशेष रूप से सहायक, छोटे और मध्यम आकार के किसानों को लाभ पहुंचाया जाए, साथ ही यह मिशन दूध प्रसंस्करों को उच्च गुणवत्ता वाले दूध की उत्पादकता सुनिश्चित करके उन्नत करेगा। नन्द बाबा दुग्ध मिशन महत्वपूर्ण उद्देश्यों की प्राप्ति के साथ-साथ किसानों के मार्जिनल, छोटे और मध्यम स्तर के सभी श्रेणी को लाभ पहुंचाने के लक्ष्यों को पूरा करेगा। इसके साथ ही, इस मिशन की योजनाओं से दुग्ध उत्पादकता बढ़ेगी और उच्च गुणवत्ता वाले दूध के उत्पादकों एवं दूध प्रसंस्करणकर्ताओं को लाभ पहुंचेगा।

“स्वदेशी गौ-संवर्धन योजना” में पशुपालकों को प्रदेश के बाहर से स्वदेशी नस्ल के दूधारू पशुओं की खरीदारी के लिए आर्थिक सहायता प्रदान की जाएगी और “मुख्यमंत्री प्रगतिशील पशुपालक प्रोत्साहन योजना” में प्रगतिशील पशुपालकों को पुरस्कारों के माध्यम से प्रोत्साहित किया जाता है।

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