IndusInd Bank Shares: भारत के केंद्रीय बैंक, रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) ने ग्राहकों को आश्वस्त किया है कि इंडसइंड बैंक के पास पर्याप्त पूंजी है और उसकी वित्तीय स्थिति स्थिर बनी हुई है। आरबीआई ने कहा कि ग्राहकों को बैंक से जुड़ी हाल की घटनाओं के बारे में अटकलें लगाने की आवश्यकता नहीं है। केंद्रीय बैंक ने स्पष्ट किया कि बैंक की स्थिति पर बारीकी से नजर रखी जा रही है और इसमें कोई कारण नहीं है कि जमाकर्ताओं को चिंता हो।
इंडसइंड बैंक में 2,100 करोड़ की विसंगति

इंडसइंड बैंक ने हाल ही में अपनी ऑडिटिंग में गड़बड़ी का खुलासा किया था, जिसके कारण बैंक के वित्तीय परिणामों में लगभग 2,100 करोड़ रुपये की लेखा विसंगति सामने आई। इस विसंगति का असर बैंक के नेटवर्थ पर 2.35 प्रतिशत तक पड़ने का अनुमान है। बैंक ने आरबीआई को इस बारे में जानकारी दी है और अब रिजर्व बैंक ने बैंक के निदेशक मंडल को निर्देश दिया है कि वे इस विसंगति से संबंधित सुधारात्मक कार्रवाई इसी महीने तक पूरी कर लें।
आरबीआई ने बैंक से सभी खुलासे करने को कहा
आरबीआई ने बैंक से यह भी कहा कि वह अपनी समीक्षा प्रक्रिया को पूरा करके, सभी हितधारकों को जरूरी खुलासे करें। रिजर्व बैंक के मुताबिक, बैंक ने पहले ही अपने मौजूदा तंत्र की व्यापक समीक्षा करने और प्रभाव का आकलन करने के लिए बाहरी लेखा परीक्षा टीम को नियुक्त किया है। आरबीआई ने कहा कि जनवरी-मार्च तिमाही के दौरान पूरी सुधारात्मक कार्रवाई कर ली जाएगी।
बैंक के वित्तीय स्थिति पर आरबीआई ने दी पुष्टि
इंडसइंड बैंक ने बताया कि पिछले साल सितंबर-अक्टूबर में यह लेखा विसंगति का मुद्दा सामने आया था। बैंक ने आरबीआई को इस बारे में शुरुआती जानकारी दी थी और कहा कि अंतिम संख्या तब सामने आएगी, जब बैंक द्वारा नियुक्त बाहरी एजेंसी अपनी रिपोर्ट को अप्रैल की शुरुआत में अंतिम रूप देगी।
इंडसइंड बैंक की मजबूत वित्तीय स्थिति

आरबीआई ने बैंक के वित्तीय मापदंडों को भी साझा किया है, जिसमें यह साफ हुआ कि बैंक अच्छे पूंजी पर्याप्तता अनुपात (सीएआर) के साथ वित्तीय रूप से मजबूत है। दिसंबर 2024 तिमाही के लिए बैंक ने 16.46 प्रतिशत का पूंजी पर्याप्तता अनुपात और 70.20 प्रतिशत का प्रावधान कवरेज अनुपात बनाए रखा है, जो यह दर्शाता है कि बैंक की पूंजी स्थिति संतोषजनक है। इसके अलावा, बैंक का तरलता कवरेज अनुपात (एलसीआर) 113 प्रतिशत था, जो कि नियामक आवश्यकता 100 प्रतिशत से अधिक है।
ICAI कर सकता है बैंक के वित्तीय विवरणों की समीक्षा

इसके अलावा, भारतीय चार्टर्ड अकाउंटेंट्स की शीर्ष संस्था ICAI भी बैंक के वित्तीय विवरणों की समीक्षा कर सकती है, विशेष रूप से 2,100 करोड़ रुपये की लेखा विसंगतियों से संबंधित मुद्दों पर।इस प्रकार, आरबीआई द्वारा दी गई स्पष्टता और निर्देशों के बाद, इंडसइंड बैंक के ग्राहकों को भरोसा है कि बैंक की वित्तीय स्थिति सुरक्षित और स्थिर है, और इस समय चिंता करने की कोई आवश्यकता नहीं है।