इंडियन एयरफ़ोर्स को 72 साल बाद मिला अपना नया ध्वज…

Shankhdhar Shivi
By Shankhdhar Shivi

भारतीय वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी प्रयागराज में वायु सेना के नए ध्वज का अनावरण किया। ड्रोन की मदद से आसमान में लहराया गया। बता दे कि आजादी के बाद झंडे में पहली बार किया जा रहा बदलाव।

Indian Air Force : भारतीय वायुसेना को 10 अक्टूबर 2023 को उसका नया ध्वज मिल गया। 8 अक्टूबर को भारतीय वायुसेना का स्थापना दिवस मनाया जाता है। इस ऐतिहासिक दिन पर वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी नए वायुसेना ध्वज (Ensign) का अनावरण करेंगे। 91वें स्थापना दिवस के मौके पर वायुसेना ने जोश और जज्बे के साथ अपनी ताकत दिखाई। इस वर्ष, भारतीय वायुसेना दिवस की थीम ‘IAF – एयरपावर बियॉन्ड बाउंड्रीज’ है, जो उत्कृष्टता, नवाचार के प्रति बल की प्रतिबद्धता और देश के आसमान के संरक्षक के रूप में इसकी भूमिका पर प्रकाश डालती है।

कब हुई थी एयरफोर्स की स्थापना?

भारतीय वायु सेना की स्थापना 8 अक्टूबर 1932 को हुई थी। दूसरे विश्व युद्ध के दौरान वायुसेना की ताकत को देखते हुए मार्च 1945 में फोर्स को ‘रॉयल’ उपाधि दी गई, जिसके बाद Royal Indian Air Force (RIAF) नाम मिला। इसके बाद साल 1950 में जब भारत एक गणतंत्र बना तो IAF ने ‘रॉयल’ उपाधि हटा दी और फ्लैग में संशोधन किया।

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अमित शाह ने भी दी बधाई…

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी 91वें वायु सेना स्थापना दिवस पर सभी भारतीय वायु सेना कर्मियों को शुभकामनाएं दीं हैं।

पहले कैसा था वायुसेना का ध्वज?

इतिहास में पीछे जाएं, तो वायुसेना के ध्वज में ऊपरी बाएं कैंटन में यूनियन जैक और फ्लाई साइड पर आरआईएएफ राउंडेल (लाल, सफेद और नीला) शामिल था। स्वतंत्रता के बाद, निचले दाएं कैंटन में यूनियन जैक को भारतीय ट्राई कलर और आरएएफ राउंडल्स को आईएएफ ट्राई कलर राउंडेल के साथ प्रतिस्थापित करके भारतीय वायु सेना का ध्वज बनाया गया था। वहीं अब भारतीय वायु सेना के मूल्यों को बेहतर ढंग से प्रकट करने के लिए नया ध्वज बनाया गया है। अब एनसाइन के ऊपरी दाएं कोने में फ्लाई साइड की ओर वायु सेना क्रेस्ट को शामिल करने से प्रतिबिंबित होगा।

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IAF चीफ ने किया नए ध्वज का अनावरण…

8 अक्टूबर को भारतीय वायुसेना का स्थापना दिवस पर मनाया जाता है। इस साल एयरफोर्स डे के मौके पर प्रयागराज में बड़े एयर शो का आयोजन हो रहा है, जिसमें तेजस-राफेल समेत 100 से भी ज्यादा विमान-हेलीकॉप्टर अपना दमखम दिखा रहे हैं। इस दौरान ही IAF प्रमुख वीरआर चौधरी ने भारतीय वायुसेना के नए झंडे का अनावरण किया। इसे ड्रोन की मदद से आसमान में लहराया गया।

नए ध्वज में क्या किए गए बदलाव?

आईएएफ क्रेस्ट के शीर्ष पर राष्ट्रीय प्रतीक अशोक सिंह और उसके नीचे देवनागरी में “सत्यमेव जयते” शब्द हैं। अशोक सिंह के नीचे एक हिमालयी ईगल है जिसके पंख फैले हुए हैं, जो भारतीय वायुसेना के युद्ध के गुणों को दर्शाता है। हल्के नीले रंग का एक वलय हिमालयी ईगल को घेरे हुए है, जिस पर लिखा है “भारतीय वायु सेना”। भारतीय वायुसेना का आदर्श वाक्य “नभः स्पृशं दीप्तम्” हिमालयी ईगल के नीचे देवनागरी के सुनहरे अक्षरों में अंकित है। आईएएफ का आदर्श वाक्य भगवद गीता के अध्याय 11 के श्लोक 24 से लिया गया है और इसका अर्थ है “वैभव के साथ आकाश को छूना”।

‘हर खतरे के लिए हमेशा तैयार रहें’

इसके साथ ही एयर चीफ मार्शल ने कहा कि पहली बार देश में निर्मित एलसीए ने विदेश में अभ्यास किया, जो हमारे कौशल का प्रदर्शन करता है। साथ ही एक शक्तिशाली वायु सेना के रूप में हमारे कद को बढ़ाता है। उन्होंने वायु सेना के जवानों से अनुशासन, अखंडता की संस्कृति को बढ़ावा देने के साथ ही हर खतरे के लिए हमेशा तैयार रहने को कहा।

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