एडिलेड में बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के दूसरे टेस्ट मैच में भारत की करारी हार निश्चित ही टीम के लिए एक बड़ा झटका था। पिंक बॉल के साथ खेले गए डे-नाइट टेस्ट मैच में भारतीय बल्लेबाजी ने उम्मीदों पर खरा नहीं उतरने के कारण टीम को हार का सामना करना पड़ा। रोहित शर्मा की वापसी के बावजूद टीम इंडिया का प्रदर्शन उम्मीद के मुताबिक नहीं रहा।रोहित शर्मा, जो लंबे समय बाद टेस्ट मैच में वापस लौटे थे, खुद भी बल्लेबाजी में कुछ खास प्रदर्शन नहीं कर पाए।
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टीम इंडिया में कुछ नजर आई खामी
भारतीय टीम की कमजोर बल्लेबाजी पर रोहित शर्मा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में अपनी निराशा व्यक्त की और इस बात को माना कि टीम को अपनी बल्लेबाजी में सुधार की जरूरत है।ऐसी हार से सीख लेकर भारत को आगामी मैचों में और बेहतर प्रदर्शन करने की आवश्यकता है। साथ ही, टीम को अपनी रणनीतियों और मानसिकता को भी सुदृढ़ करना होगा ताकि वह आगामी मुकाबलों में बेहतर वापसी कर सके।
“हमने नहीं की अच्छी बल्लेबाजी- रोहित
प्रेस कॉन्फ्रेंस में रोहित शर्मा ने अपनी टीम की हार पर खुलकर बात करते हुए कहा, “हमने अच्छी बल्लेबाजी नहीं की, जबकि ऑस्ट्रेलिया ने शानदार खेल दिखाया। यही अंतर था। ऑस्ट्रेलिया ने हर मायने में हमसे बेहतर खेला। तीन दिन के खेल में कई मौके आए जब हम उन मौकों का फायदा उठा सकते थे, लेकिन हम ऐसा करने में असफल रहे। यह सप्ताह हमारे लिए बहुत ही निराशाजनक रहा। हम जिस तरह का खेल दिखाए, वह जीतने के लिए पर्याप्त नहीं था।
“रोहित शर्मा का यह बयान टीम इंडिया के आत्ममूल्यांकन का संकेत देता है। उन्होंने माना कि यह हार उनकी टीम की गलतियों और मौके गंवाने के कारण हुई है। उनका यह बयान साफ तौर पर दर्शाता है कि वे इस हार से सीखने की कोशिश करेंगे और आने वाले मैचों में सुधार करने की दिशा में काम करेंगे।रोहित शर्मा की यह प्रतिक्रिया टीम के आत्म-सुधार की आवश्यकता को भी उजागर करती है, ताकि वे भविष्य में ऐसी गलतियों से बच सकें और बेहतर प्रदर्शन कर सकें।
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मिली हार पर रोहित ने स्वीकार किया कि क्रिकेट में…
रोहित शर्मा ने पर्थ टेस्ट मैच में टीम इंडिया की शानदार जीत के बारे में बात करते हुए कहा कि वह उस प्रदर्शन से बेहद खुश थे, हालांकि एडिलेड में मिली हार के बाद उन्होंने यह भी स्वीकार किया कि क्रिकेट में हर मैच की अपनी अलग चुनौती होती है। पर्थ में भारत की 295 रन से शानदार जीत के बारे में रोहित ने कहा… “पर्थ में हमने जो किया, वह बहुत खास था और हम यहां आकर उसे दोबारा करना चाहते थे, लेकिन फिर भी हम जानते हैं कि हर टेस्ट मैच की अपनी चुनौती होती है।
हम जानते थे कि गुलाबी गेंद से यह चुनौतीपूर्ण होने वाला था, लेकिन जैसा कि मैंने कहा, ऑस्ट्रेलिया हमसे बेहतर था, यही हार-जीत का सबसे बड़ा अंतर रहा।”रोहित ने इस बयान में यह भी साफ किया कि टीम इंडिया ने पर्थ में जो प्रदर्शन किया, वह किसी बड़ी उपलब्धि से कम नहीं था। हालांकि, एडिलेड में गुलाबी गेंद से खेले गए टेस्ट मैच में ऑस्ट्रेलिया ने जो खेल दिखाया, उससे वह पूरी तरह प्रभावित थे और इसे हार-जीत के अंतर के तौर पर स्वीकार किया। रोहित शर्मा का यह बयान टीम की समग्र मानसिकता को दर्शाता है, जहां वे जीत और हार दोनों के बारे में समझदारी से सोचते हैं और सुधार की दिशा में काम करने को तैयार रहते हैं।
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पहले बल्लेबाजी करने का फैसला, फिर हार गई टीम
एडिलेड टेस्ट मैच में भारतीय टीम ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया, लेकिन टीम का प्रदर्शन काफी कमजोर रहा। भारत ने पहले बल्लेबाजी करते हुए सिर्फ 180 रन ही बनाए। इसके जवाब में ऑस्ट्रेलिया ने 337 रन बनाकर पहली पारी में 157 रनों की मजबूत बढ़त हासिल की। भारतीय टीम की दूसरी पारी भी विफल रही और वह केवल 175 रन पर ही सिमट गई। इस प्रकार, कंगारू टीम को जीत के लिए केवल 19 रनों का टारगेट मिला, जिसे उसने बिना कोई विकेट गंवाए महज 3.2 ओवर में हासिल कर लिया।यह हार भारतीय टीम के लिए एक बड़ा सबक थी, जहां बल्लेबाजी की कमजोरी और मौके गंवाने के कारण मैच पूरी तरह से उनके हाथ से निकल गया।