India Pakistan News:भारत के विदेश मंत्रालय ने पाकिस्तान के विदेश मंत्री इशाक डार के हालिया इंटरव्यू पर तीखी प्रतिक्रिया दी है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने साफ शब्दों में कहा कि पाकिस्तान की जीत का दावा करना उसकी पुरानी आदत रही है। उन्होंने कहा, “इशाक डार का बयान कोई नई बात नहीं है। 1971, 1975 और 1999 के कारगिल युद्ध में भी पाकिस्तान ने यही झूठा राग अलापा था। यह उनका पुराना रवैया है – चाहे हालत कितनी भी खराब हो, ढोल जरूर बजाओ।”
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सिंधु जल संधि पर बड़ा बयान
रणधीर जायसवाल ने सिंधु जल संधि पर भी बड़ा बयान दिया। उन्होंने कहा कि कैबिनेट की सुरक्षा समिति (CCS) के फैसले के अनुसार, भारत ने सिंधु जल संधि को स्थगित कर दिया है। उन्होंने बताया कि यह संधि मूल रूप से सद्भावना और मित्रता की भावना के आधार पर की गई थी, जैसा कि संधि की प्रस्तावना में स्पष्ट रूप से उल्लेख है। लेकिन पाकिस्तान ने दशकों से सीमा पार आतंकवाद को बढ़ावा देकर इस भावना को पूरी तरह नकार दिया है।
जनसांख्यिकीय बदलाव और तकनीकी प्रगति-जायसवाल
विदेश मंत्रालय ने स्पष्ट किया कि जब तक पाकिस्तान सीमा पार आतंकवाद को विश्वसनीय और अपरिवर्तनीय रूप से त्याग नहीं करता, तब तक भारत सिंधु जल संधि को स्थगित रखेगा। जायसवाल ने कहा कि “जलवायु परिवर्तन, जनसांख्यिकीय बदलाव और तकनीकी प्रगति ने नई जमीनी हकीकतें पैदा की हैं, जिनका ध्यान रखना अब जरूरी है।”
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आतंकवाद को दिया बढ़ावा
इसके अलावा, पाकिस्तान विदेश मंत्रालय के एक अन्य बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए जायसवाल ने कहा, “जिस देश ने औद्योगिक स्तर पर आतंकवाद को बढ़ावा दिया है, उसका यह मानना कि वह इसके परिणामों से बच सकता है, अपने आप को धोखा देना है। पाकिस्तान जितनी जल्दी इस सच्चाई को समझेगा, उतना ही बेहतर होगा।”
भारत और अमेरिका के बीच बातचीत
भारत और अमेरिका के बीच हालिया सैन्य बातचीत पर भी प्रवक्ता ने स्थिति स्पष्ट की। उन्होंने बताया कि 7 मई से 10 मई के बीच “ऑपरेशन सिंदूर” के दौरान भारत और अमेरिका के शीर्ष नेताओं के बीच सैन्य स्थिति को लेकर चर्चा हुई, लेकिन इस दौरान व्यापार से जुड़ा कोई मुद्दा नहीं उठा।अंत में, जम्मू-कश्मीर पर भारत के रुख को दोहराते हुए रणधीर जायसवाल ने कहा कि केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर से जुड़े सभी मुद्दे केवल भारत और पाकिस्तान के बीच द्विपक्षीय बातचीत से सुलझाए जाएंगे। भारत की घोषित नीति में कोई बदलाव नहीं हुआ है।