IND vs NZ: चैंपियंस ट्रॉफी 2025 के फाइनल में भारतीय क्रिकेट टीम का सामना न्यूजीलैंड से होने जा रहा है, जो अब तक आईसीसी इवेंट्स में भारत के लिए सबसे बड़ी चुनौती साबित हो चुकी है। रविवार को दुबई इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम में खेले जाने वाले इस महत्वपूर्ण मैच में भारत के लिए कीवी टीम को हल्के में लेना मुश्किल हो सकता है। दोनों टीमें पहले भी इस मैदान पर ग्रुप स्टेज में भिड़ चुकी हैं और न्यूजीलैंड को इस मैदान की परिस्थितियों का पूरा अनुभव है।
न्यूजीलैंड के खिलाफ फाइनल में भारत को मिली हार

न्यूजीलैंड के खिलाफ भारत की चुनौती को नजरअंदाज करना आसान नहीं है। इन दोनों टीमों के बीच अब तक दो बार आईसीसी इवेंट्स के फाइनल मुकाबले हुए हैं और दोनों बार भारत को हार का सामना करना पड़ा है। पहली बार चैंपियंस ट्रॉफी 2000 में जब इसे आईसीसी नॉकआउट कहा जाता था, और दूसरी बार 2021 में आईसीसी वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में। अब ये दोनों टीमें तीसरी बार फाइनल में आमने-सामने आ रही हैं।
कीवी स्पिनरों का भारत पर दबाव
न्यूजीलैंड की ताकत इस बार के टूर्नामेंट में भारत के लिए परेशानी का कारण बन सकती है, खासकर उनके स्पिनरों के कारण। इस टीम के पास मिचेल सैंटनर जैसे बेहतरीन स्पिनर हैं, जो भारतीय बल्लेबाजों के खिलाफ लंबे समय से सफलता हासिल कर चुके हैं। इसके अलावा माइकल ब्रेसवेल, जो इस टूर्नामेंट में बांग्लादेश के खिलाफ शानदार स्पिन गेंदबाजी कर चुके हैं, भी भारत के लिए चुनौतीपूर्ण साबित हो सकते हैं। रचिन रवींद्र और ग्लेन फिलिप्स जैसे पार्ट-टाइम स्पिनरों के कारण भी भारत को परेशानी हो सकती है, क्योंकि हाल ही में भारतीय बल्लेबाज स्पिन गेंदबाजी के खिलाफ संघर्ष करते नजर आए हैं।
न्यूजीलैंड की फील्डिंग और विराट का विकेट

ग्रुप स्टेज में भारत और न्यूजीलैंड के बीच हुए मुकाबले में विराट कोहली का विकेट खास चर्चा का विषय बना था। ग्लेन फिलिप्स ने शानदार फील्डिंग का प्रदर्शन करते हुए विराट को आउट किया, जिससे भारतीय क्रिकेट प्रेमियों को चौंका दिया। न्यूजीलैंड की फील्डिंग की मजबूती पूरी दुनिया जानती है, और इसी कारण ये टीम हर अवसर का फायदा उठाते हुए मैच का रुख बदल सकती है।
रचिन रवींद्र और केन विलियमसन जैसे मजबूत बल्लेबाज

न्यूजीलैंड की बल्लेबाजी भी भारतीय टीम के लिए एक बड़ी चुनौती बन सकती है। टीम के पास शीर्ष क्रम में विल यंग, रचिन रवींद्र और केन विलियमसन जैसे मजबूत बल्लेबाज हैं, जो न केवल तेज रन बना सकते हैं बल्कि लंबी साझेदारियां भी बना सकते हैं। मिडिल ऑर्डर में डेरिल मिचेल और टॉम लैथम जैसे खिलाड़ी मैच को संजीदगी से आगे बढ़ा सकते हैं। इसके अलावा, ग्लेन फिलिप्स जैसे तूफानी बल्लेबाज भी हैं जो अंतिम ओवरों में मैच को खत्म करने की क्षमता रखते हैं। मिचेल सैंटनर और माइकल ब्रेसवेल भी बल्ले से उपयोगी साबित हो सकते हैं।
इस प्रकार, न्यूजीलैंड की स्पिन गेंदबाजी, मजबूत फील्डिंग और बल्लेबाजी की गहराई भारत के लिए एक बड़ा खतरा साबित हो सकती है। दोनों टीमों के बीच यह फाइनल मुकाबला बेहद रोमांचक और चुनौतीपूर्ण होने वाला है।