बिहार की राजधानी पटना में दो दिवसीय इन्वेस्टर समिट का आयोजन किया गया है। 13 और 14 दिसंबर को आयोजित इस कार्यक्रम में देश-विदेश की कई बड़ी कंपनियां और उद्योगपति शामिल हुए हैं।
13 दिसंबर को राज्य में 40 कंपनियों ने उद्योग इकाई स्थापित करने का निर्णय लिया है.इससे संबंधित कंपनियों और बिहार सरकार के बीच बुधवार को समझौता पत्र पर हस्ताक्षर किए गए.इस दौरान कई कंपनियों की ओर से राज्य में करीब 26 हजार 805 करोड़ रुपये निवेश करने की बात कही गई।
बिहार में 2 दिवसीय इन्वेस्टर समिट…

बिहार सरकार ने राज्य में इन्वेस्टरों को लुभाने के लिए ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट प्रोग्राम का आयोजन किया है.हाल ही में अभी इससे पहले उत्तराखंड की पुष्कर सिंह धामी सरकार ने भी राज्य में कई बड़ी कंपनियों को इन्वेस्ट करने के लिए इसी तरह के ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट का आयोजन किया था जिसका उद्घाटन देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया था।
65 दिनों में बिहार में लगी फैक्ट्री…

बिहार में आयोजित हुए दो दिवसीय ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में देश के जाने-माने उद्योगपति तुषार जैन ने बताया कि,बिहार में सिर्फ 65 दिनों में फैक्ट्री लग गई। एक फैक्ट्री में 43 यूनिट मैंने शुरू कर दी है.महाराष्ट्र के लोग बिहार को पसंद करते हैं। हमलोग डेढ़ लाख प्रति महीना हम बैग बना रहे। अब ये और आगे बढ़ेगा। इतना ही नहीं हमलोगों ने 4 हजार लोगों को उनके घर पर ही काम दिया है।
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बिहार में फूड प्रोसेसिंग की संभावना अधिक…

गोदरेज ग्रुप प्रेसिडेंट राकेश स्वामी ने बताया कि,बिहार में फूड प्रोसेसिंग में काफी संभावना है.यहां आम और मखाना की अच्छी पैदावार होती है। हाजीपुर में हमारी एक यूनिट भी है इसके बाद हम लोग राज्य में अभी और ज्यादा निवेश करने जा रहे हैं। बांग्लादेश से इन्वेस्टर्स समिट में पहुंचे उद्योगपति अहसान चौधरी ने बताया कि,बिहार का फल सबसे बेहतर है। यहां इसकी फैक्ट्री खोलेंगे इस वक्त देश में 5 फैक्ट्री हैं इससे 45 हजार लोगों को रोजगार मिला है।
नेता प्रतिपक्ष का नीतीश सरकार पर निशाना…

वहीं बिहार में आयोजित हुए ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट को लेकर बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष विजय सिन्हा ने कहा कि,बिहार के अंदर पूरे देश से बेहतर माहौल,कुशल श्रमिक,वॉटर रिसोर्स लैंड सब चीज मौजूद है लेकिन बिहार का वातावरण लालू यादव जब आए तब से बिगड़ने लगा राज्य जंगल राज की तरफ मुड़ गया बिहार से इन्वेस्टर पलायन करने लगे आजादी के बाद राज्य में अगर सबसे ज्यादा इन्वेस्ट हुआ तो एनडीए की सरकार में हुआ एनडीए की सरकार जब बनी तो लोगों का विश्वास इस जगह पर इन्वेस्ट के लिए बढ़ने लगा।