बिहार में सुबह इस्तीफा-शाम में शपथ, तो Jharkhand में किस बात का हो रहा इंतजार?

Aanchal Singh
By Aanchal Singh
JMM leader Champai Soren arrives at Raj Bhawan to stake claim for formation of the government | PTI

Champai Soren: लोकसभा चुनाव में बस चंद महीनो का ही समय बाकी है, ऐसे में भाजपा समेत सभी विपक्षी दलों ने अपनी बनाई रणनीति पर काम करना शुरु कर दिया है. लेकिन आम चुनाव से पहले उत्तर भारत में सियासत का बहुत बड़ा उलटफेर देखने को मिला. एक सप्ताह के अंदर ही दो राज्यों की सत्ता बदल गई. बिहार की राजनीति में खेला हो गया, तो झारखंड में हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी हो गई, और नए सीएम की घोषणा हो गई.

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चंपई सोरेन कब बनेंगे CM?

पहले तो बिहार में महागठबंधन का साथ छोड़ कर नीतीस कुमार ने NDA का साथ पकड़ लिया. उसके बाद 24 घंटे के अंदर इस्तीफा देकर राज्य की कमान फिर से अपने हाथ में ले ली. वहीं झारखंड की राजनीति में बहुत बड़ा उठापटक देखने को मिला. हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी के बाद चंपई सोरेन राज्य के नए मुख्यमंत्री बनने जा रहे हैं. इस बड़े उठापटक के बीत एक बात काफी तूल पकड़ रही है, वो ये कि बिहार में नीतीश कुमार ने सुबह इस्तीफा दिया और फिर शाम तक NDA के साथ पकड़ लिया. फिर राज्य की कमान अपने हाथ में लेते हुए सीएम पद की शपथ ले ली, लेकिन झारखंड में ऐसे क्यों नहीं हुआ?

नए सीएम के शपथ में देरी क्यों?

ईडी की गिरफ्तारी से पहले हेमेंत सोरेन ने सीएम पद से इस्तीफा दे दिया. जिसके बाद JMM ने चंपई सोरेन को नया मुख्यमंत्री चुना. इसके लिए चंपई सोरेन ने 31 जनवरी को रात साढ़े 9 बजे के आस-पास ही राज्यपाल के सामने दावा पेश कर दिया. हेमंत सोरेन ने 31 जनवरी को रात साढ़े 8 बजे के आस-पास ही इस्तीफा राज्यपाल सीपी राधाकृष्ण को सौंप दिया था. हालांकि झारखंड में सरकार बनाने का न्योता देने के लिए राज्यपाल सीपी राधाकृष्ण ने 25 घंटे से ज्यादा का समय लगा लिया.

12 बजे के बाद चंपई सोरेन ले सकते शपथ

ऐसे में सियासी गलियारों में ये बात तूल पकड़ रही है कि आखिर अभी तक झारखंड में नए सीएम पद की शपथ क्यों नहीं ली गई. चंपई सोरेन ने देर रात 11-साढ़े 11 बजे के बीच राज्यपाल से मुलाकात की और इसी दौरन राज्यपाल ने अगले दिन यानी सोमवार को उन्हें शपथ ग्रहण के लिए न्योता दिया. हालांकि शपथ ग्रहण का समय फिलहाल तय नहीं है, लेकिन बताया जा रहा है कि 12 बजे के बाद चंपई सोरेन झारखंड के नए मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ले सकते हैं.

शपथ ग्रहण के लिए नहीं भेजा बुलावा!

आपको बता दे कि चंपई सोरेन की झारखंड मुक्ति मोर्चा को कांग्रेस और राष्ट्रीय जनता दल का समर्थन प्राप्त होने के बाद भी राज्यपाल ने जब उन्हें इस्तीफा देने के अगले दिन भी शपथ ग्रहण के लिए बुलावा नहीं भेजा, तो उन्होंने दोपहर दो बजे राज्यपाल को पत्र लिखा. करीब 16 घंटे तक राजभवन से बुलावा मिलने का इंतजार करने के बाद चंपई सोरेन ने गुरुवार दोपहर करीब दो बजे पत्र लिखा.

चंपई सोरेन ने पत्र में क्या लिखा?

पत्र में चंपई सोरेन ने कहा कि हेमंत सोरेन के इस्तीफे के बाद ही मेरे नेतृत्व में सरकार बनाने का दावा पेश किया गया है. हमने 47 विधायकों के समर्थन के दावे और 43 विधायकों की साइन का समर्थन पत्र आपको सौंपा है. 43 विधायक बुधवार को राजभवन के गेट के बाहर भी खड़े थे. पिछले 18 घंटों से राज्य में कोई सरकार नहीं है. इससे असमंजस की स्थिति है.

चंपई सोरेन ने राज्यपाल से किया आग्रह

इस पत्र में चंपई सोरेन ने राज्यपाल से आग्रह करते हुए कहा कि सरकार बनाने के लिए उन्हें बुलाया जाए. चंपई सोरेन ने यह भी कहा है कि राज्यपाल अगर संतुष्ट होना चाहें तो सभी 43 विधायक राजभवन पहुंच सकते हैं. बहरहाल, इस पत्र के बाद राजभवन की ओर से चंपई सोरेन को शाम साढ़े 5 बजे मुलाकात का वक्त दिया गया. हालांकि ये मुलाकात राज 11 साढ़े 11 के बीच हुई और राज्यपाल ने उन्हें शपथ ग्रहण करने का न्योता दिया. नई सरकार के गठन और मुख्यमंत्री के शपथ के लिए बुलावे मात्र में झारखंड को लगभग 26 घंटे का समय लग गया था. हालांकि शपथ ग्रहण का समय अभी भी तय नहीं हुआ है. वहीं झारखंड के पड़ोसी राज्य बिहार में सुबह इस्तीफा और शाम तक तो शपथ ग्रहण के साथ नई सरकार का भी गठन हो गया था.

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