Dholpur Road Accident: देश के अलग-अलग हिस्सों में हो रहे सड़क हादसे थमने का नाम नहीं ले रहे है. राजस्थान के धौलपुर से एक दिल दहला देने वाली खबर आई है, जहां करौली-धौलपुर (Dholpur) हाइवे (NH-11B) पर सुनीपुर गांव के पास शनिवार रात एक भीषण सड़क हो गया. इस दर्दनाक हादसे में 11 लोगों की मौत हो गई. हादसे में एक स्लीपर कोच बस और टेंपो के बीच जबरदस्त टक्कर हुई, जिसमें पांच बच्चे, तीन बच्चियां, दो महिलाएं और एक पुरुष शामिल हैं. सभी शवों को बाड़ी अस्पताल की मोर्चरी में रखा गया है.
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हादसे की पूरी जानकारी
बताते चले कि यह दर्दनाक हादसा बाड़ी सदर थाना क्षेत्र में हुआ. टेंपो में सवार लोग बाड़ी शहर के गुमट मोहल्ला के निवासी थे और वे सभी बरौली गांव में एक पारिवारिक कार्यक्रम में शामिल होने के बाद वापस लौट रहे थे. लौटते समय, सुनीपुर गांव के पास एक स्लीपर कोच बस ने उनके टेंपो को जोरदार टक्कर मार दी, जिससे टेंपो में सवार 11 लोगों की मौके पर ही मौत हो गई.
मृतकों में बच्चे और महिलाएं शामिल
इस हादसे में मरने वालों में सबसे अधिक संख्या बच्चों की है. मरने वाले 11 लोगों में 8 बच्चे शामिल थे, जिनकी उम्र 5 से 19 साल के बीच थी. मृतकों में 14 वर्षीय आसमा, 8 साल का सलमान, 6 वर्षीय साकिर, 10 वर्षीय दानिश, 5 साल का अजान, 19 साल की आशियाना, 7 वर्षीय सुखी, और 9 वर्षीय सानिफ शामिल हैं. इसके अलावा, 35 वर्षीय जरीना, 32 वर्षीय जूली, और 38 वर्षीय इरफान उर्फ बंटी की भी मौत हो गई है.
परिवार की दुखद कहानी
हादसे में मारे गए सभी लोग धौलपुर (Dholpur) शहर की करीम कॉलोनी के नहनू और जहीर के परिवार के थे. यह परिवार अपने रिश्तेदार के घर बरौली गांव में भात कार्यक्रम में शामिल होने गया था और रात को घर लौटते समय यह हादसा हुआ. हादसे की भयावहता इतनी थी कि टेंपो के परखच्चे उड़ गए और घटनास्थल पर ही 11 लोगों की जान चली गई.
पुलिस की कार्रवाई और जांच
बाड़ी कोतवाली थाना प्रभारी ने बताया कि हादसे में शामिल स्लीपर बस और टेंपो को पुलिस ने कब्जे में ले लिया है. घायलों में बस के यात्री, ड्राइवर और कंडक्टर भी शामिल हैं. पुलिस अब हादसे की वजह की जांच में जुटी है और रविवार को सभी शवों का पोस्टमार्टम किया जाएगा. इस भीषण सड़क हादसे ने पूरे इलाके को गमगीन कर दिया है. 11 लोगों की मौत से पीड़ित परिवारों पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है. यह हादसा न केवल धौलपुर (Dholpur) , बल्कि पूरे क्षेत्र में शोक और चिंता का कारण बना हुआ है.