आज के समय में काजल लगाना तो सभी को पंसद है, लेकिन बाजार में बिकने वाले काजल का ज्यादा प्रयोग करने से ऑखे में इनफेक्शन होने का खतरा होता है। वही बता दे कि हमारे देश में तो छोटे- छोटे बच्चों को भी काजल लगाया जाता है। ये माना जाता है, कि इससे बच्चों की आंखें बड़ी होती हैं।

बता दें कि बाजार में अच्छे ब्रैंड का सबसे सस्ता सा काजल भी 300 रुपये से ऊपर की कीमत तक पर मिलता है। ऐसे में क्यों ना आप घर पर बनाए हुए काजल का प्रयोग करें। वहीं होम मेड काजल आपकी ऑखों के लिए भी काफी फायदे मंद होता है। वही आप कम खर्च में होममेड काजल बना सकते है। बता दे कि घर के रसाई में उपयोग होने वाली चीजों का प्रयोग करके होममेड काजल बना सकते है।
घी से बनाएं…

घर मे काजल बनाने के लिए आप घी का प्रयोग कर सकते है। बता दें कि घी आपके ऑखों के लिए बहुत लाभदायक होता है। आपको घी का काजल बनाने के लिए एक मिट्टी के दीप में घी डालते हैं और उसमें बाती डालकर उसे जला देते हैं। वहीं दीपक के अगल बगल दो ग्लास रख दें और उसके ऊपर घी लगी थाली रखे। बता दें कि थाली के नीचे घी का दीया जला दें। इस दीपक को 1 से 2 घंटो तक जलने दें। फिर जब दिपक बुझ जाए तो इस थाली को वहॉ से हटाकर ठंडा होने के लिए छोड़ दे। उसके बाद आपको थाली में स्थिर थाली में काली राख को इकठ्ठा कर लें।
बादाम का काजल…

होम मेड काजल बनाने के लिए आपको दीपक में सरसों का तेल और बाती डाले और इसकी लौ की तरफ दो बादाम डालें। बता दें कि आप दो ग्लास पर प्लेट को उल्टी करके रखें और फिर नीचे की ओर बीच में जलता हुआ दीया रख दें। वहीं बाती के जलने के साथ बादाम भी जलने लगेगा। बता दें कि जब दीपक पूरी तरह से बुझ जाए, तो प्लेट को सीधा कर उसकी कालिख को खुरचते हुए इकट्ठा कर लें। इसमें एक-दो बूंद बादाम का तेल डालें। आपका काजल तैयार है।
सरसों के तेल का काजल…

हमारे संस्कृति में सरसों के काजल काफी प्रच्चलित है। वहीं इसका प्रयोग काफी सालो से किया जा रहा है। बता दें कि सरसों के तेल का काजल बनाने के लिए आपको एक दीपक में सरसो का तेल डालकर जला लें। फिर उसे कुछ समय तक जलने दें। वहीं दीये के दोनो तरफ गिलास रखकर उसके ऊपर एक थाली रख दें। फिर आप काजल को इक्कठा करके रख दें और आपका काजल तैयार है।
कपूर का काजल…

अपको दो कप के ऊपर प्लेट रखे और बीच में थोड़ा जगह छोड़ें। बता दें कि एक मिट्टी के दीये में कपूर डालें और उसे माचिस से जलाएं। इसे प्लेट के निचें रख दें। जब कपूर जलने लगता है, तो कपूर का धुऑ प्लेट पर जमा होता जाता है। ये कालापन काजल का काम करेगा। अगर ये बहुत ड्राई लगे, तो इस पर एक-दो बूंद बादाम का तेल डाला जा सकता है।