Holi 2025 Mantra:होली का पर्व न केवल रंगों का उत्सव है, बल्कि यह विशेष धार्मिक और ज्योतिषीय महत्व भी रखता है। ज्योतिषियों के अनुसार, होली के दिन यानी फाल्गुन पूर्णिमा पर विशेष शुभ योग बनते हैं, जिनमें शिववास योग और कई मंगलकारी योग शामिल हैं। इन योगों का प्रभाव व्यक्ति के जीवन में सकारात्मक परिवर्तन लेकर आता है। इस दिन भगवान विष्णु की पूजा से जीवन में खुशियाँ, समृद्धि और मनोकामनाओं की पूर्णता होती है। विशेष रूप से होली के दिन भगवान सत्यनारायण की पूजा का महत्व बहुत अधिक होता है, क्योंकि यह पूजा न केवल आशीर्वाद देती है, बल्कि जीवन में सुख-समृद्धि भी लाती है।
होली के दिन क्या करें और क्या न करें?
फाल्गुन पूर्णिमा के दिन होली का पर्व पूरी धूमधाम से मनाया जाता है। यह दिन विशेष रूप से भगवान कृष्ण को समर्पित होता है, और इस दिन भक्ति भाव से उनकी पूजा की जाती है। भक्तगण इस दिन भगवान कृष्ण के साथ-साथ भगवान सत्यनारायण की पूजा भी करते हैं। इस पूजा से एक ओर फायदा यह है कि यह व्रत व्यक्ति को हर तरह के संकटों से मुक्त करता है और किस्मत की काली घटा को भी दूर करता है।इसके साथ ही इस दिन भगवान सत्यनारायण की पूजा से आर्थिक समृद्धि और खुशहाली का मार्ग खुलता है। इसे विधिपूर्वक करने से जीवन में संकटों से मुक्ति मिलती है और व्यक्ति की मनोकामनाएँ पूरी होती हैं।
सत्यनारायण पूजा के दौरान मंत्रों का महत्व
यदि आप इस फाल्गुन पूर्णिमा पर भगवान सत्यनारायण की पूजा करना चाहते हैं, तो पूजा के दौरान इन विशेष मंत्रों का जप अवश्य करें। इन मंत्रों के जप से न केवल आपको आशीर्वाद मिलेगा, बल्कि आपके जीवन में सुख-समृद्धि और सफलता का मार्ग भी प्रशस्त होगा:
- “ॐ श्री सत्यनारायणाय नमः” – यह मंत्र सत्यनारायण की पूजा का प्रमुख मंत्र है और इसे श्रद्धा भाव से जपने से भगवान का आशीर्वाद प्राप्त होता है।
- “ॐ नमो भगवते वासुदेवाय” – इस मंत्र का जाप भगवान विष्णु को प्रसन्न करता है और जीवन में सकारात्मक बदलाव लाता है।
- “सत्यं शिवं सुंदरं” – यह मंत्र सत्यनारायण पूजा के दौरान मन के शांति और आंतरिक सुख के लिए लाभकारी होता है।
होली और सत्यनारायण पूजा का संयोजन
होली का त्योहार भारतीय संस्कृति का हिस्सा बन चुका है और अब यह पूरी दुनिया में धूमधाम से मनाया जाता है। इस दिन के साथ सत्यनारायण पूजा का आयोजन भी व्यक्ति को मानसिक और भौतिक रूप से सुखी करता है। यही कारण है कि होली के दिन सत्यनारायण व्रत और पूजा के आयोजन से विशेष रूप से लाभ प्राप्त होता है।