MahaKumbh 2025: आस्था और संगम की नगरी प्रयागराज में इन दिनों महाकुंभ हिंदू धर्म और सनातन संस्कृति का प्रतीक बन चुका है जहां करोड़ों की संख्या में देश और विदेश से पहुंचे श्रद्धालुओं ने संगम में आस्था की डुबकी लगाई है।प्रयागराज में आयोजित महाकुंभ इन दिनों पूरी दुनिया में चर्चा का विषय है जहां अब तक करोड़ों लोग स्नान कर चुके हैं 26 फरवरी तक चलने वाले महाकुंभ में हर दिन श्रद्धालुओं की भारी भीड़ पहुंच रही है जो हिंदू धर्म के प्रति लोगों की आस्था को दिखाती है लेकिन इन सबके बीच कुछ विपक्षी नेताओं की ओर से महाकुंभ को लेकर कई तरह के विवादित बयान सामने आ रहे हैं।
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महाकुंभ को लेकर सपा सांसद का विवादित बयान

इस बीच महाकुंभ स्नान को लेकर सपा सांसद अफजाल अंसारी का विवादित बयान सामने आया है जिसको लेकर उनका कहना है कि,मान्यता है संगम में जो लोग स्नान कर ले रहे हैं उनका पाप धुल जाएगा इसका मतलब है उनका बैकुंठ में आगे जाने का रास्ता खुल जाएगा।अफजाल अंसारी ने कहा,प्रयागराज में जो भीड़ देखने को मिल रही है उससे लगता है अब नर्क में कोई बचेगा नहीं और उधर हाउसफुल हो जाएगा।
ट्रेनों की स्थिति को लेकर भी उठाए सवाल
सपा सांसद अफजाल अंसारी ने प्रयागराज जाने वाली ट्रेनों की व्यवस्था पर सवाल खड़े किए हैं उन्होंने कहा कि,ट्रेनों की हालत खराब है लोग शीशे तोड़ रहे हैं ट्रेन के अंदर औरतें कांप रही है बच्चों को गोद में छिपाकर रो रही हैं टीटी भी अपना कोट उतारकर झोले में रख ले रहा है कहीं कोई उसकी पिटाई न कर दे।महाकुंभ जाने वाली ट्रेनों में अव्यवस्था दिखाई दे रही है पुलिसकर्मी भी परेशान हैं ट्रेनों में तोड़फोड़ की जा रही है ऐसा करने वालों की उम्र 15 से 20 साल है।
भगदड़ में हुई मौतों के आंकड़े को लेकर सरकार को घेरा
प्रयागराज महाकुंभ में 29 जनवरी को मौनी अमावस्या के मौके पर हुई भगदड़ में हुई मौतों के आंकड़ों पर भी सपा सांसद ने सवाल उठाए हैं।यूपी की योगी सरकार की तरफ से दिए गए मौतों के आंकड़े पर सवाल उठाते हुए अफजाल अंसारी ने कहा,भगदड़ में न जाने कितने लोगों की मौत हो गई लेकिन सरकार सही आंकड़ा नहीं दे पाई है।महाकुंभ से जो लोग लौटकर आ रहे हैं वह वहां मौत के मंजर का बखान कर रहे हैं।

आपको बता दें कि,प्रयागराज में 14 जनवरी से शुरु हुए महाकुंभ को लेकर योगी सरकार की ओर से खास तैयारियां की गई हैं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने महाकुंभ में कई बड़े प्रशासनिक अफसरों की तैनाती की है इसके बावजूद 29 जनवरी को मौनी अमावस्या के मौके पर तादाद से ज्यादा श्रद्धालुओं के पहुंचने के कारण भगदड़ में कई लोगों की मौत हो गई जिस पर विपक्ष ने यूपी सरकार की महाकुंभ को लेकर की गई तैयारियों को लेकर कई तरह के सवाल उठाए हैं।