Heat Wave से बढ़ा Heart Attack का खतरा,भारत में होने वाली मौतों के आकड़ों ने चौंकाया

Aanchal Singh
By Aanchal Singh

विशाल तिवारी

Heart Attack: देश में इन दिनों सोशल मीडिया पर ऐसे बहुत से वीडियो वायरल हो रहे हैं जिसमें आदमी डांस करते हुए,योगा करते हुए या फिर खड़े-खड़े अचानक ही गिर जा रहे है और मौके पर ही उनकी मौत हो जा रही है.इन मौतों की वजह हार्ट अटैक बताया जा रहा है लेकिन इन दिनों हार्ट अटैक से होने वाली मौतों की संख्या में लगातार हो रही बढ़ोत्तरी के पीछे की आखिर क्या है वजह? देखिए हमारी इस खास रिपोर्ट में…..

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मौतों के आंकड़े बेहद डराने और चौंकाने वाले

देश में इन दिनों हार्ट अटैक से होने वाली मौतों के आंकड़े बेहद डराने और चौंकाने वाले हैं.इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि दुनिया में एक तिहाई मौत के लिए जिम्मेदार हृदय से संबंधित बीमारियां ही हैं. हमारी जरा सी लापरवाही कभी भी हमारे दिल को जोखिम में डाल रही है.जिसका गंभीर कारण अनियमित दिनचर्या और खान-पान का गलत तरीका है.जो इस मासूम से दिल के लिए भारी पड़ रहा है.इस तरह के खानपान से नतीजे बेहद खतरनाक हो रहे हैं.जिसके चलते हमें हार्ट स्ट्रोक, हार्ट अटैक, हाई बीपी, हार्ट क्लाटिंग जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है.

सांस की बीमारी जैसे प्रमुख कारण

हार्ट अटैक का कहर सिर्फ भारत ही नही बल्कि पड़ोसी देश चीन में भी बरस रहा है और इन दोनों देशों में हार्ट फेल के मामले काफी तेजी से बढ़ते हुए नजर आ रहे हैं.आपको बता दें कि भारत और चीन जैसे देशों में वायु प्रदूषण भी कार्डियोवास्कलुर रोग और सांस की बीमारी जैसे रोगों का प्रमुख कारण है.वंही दुनिया भर में हार्ट फेल से होने वाली मौतों के मामले में भारत दूसरे नंबर पर है.

2017 के दौरान हार्ट फेल के मामले करीब-करीब दोगुने

अगर हम बात करें विश्व में इन दोनों देशों में आंकड़ों की तो अकेले भारत और चीन में विश्व के 46.5 फीसदी नए मामले सामने आए हैं.जिसका खुलासा यूरोपियन जर्नल ऑफ प्रिवेंटिव कार्डियोलॉजी में प्रकाशित शोध में हुआ है.वंही लैंसेट’ में प्रकाशित एक हालिया अध्ययन के मुताबिक इस्केमिक हृदय रोग के दुनियाभर में मामलों का करीब चौथाई हिस्सा अकेले भारत में ही होता है.एक शोध के मुताबिक 2017 में हार्ट फेल के केसों की संख्या 64.3 मिलियन थी जिसमें 29.5 मिलियन पुरुष और 34.8 मिलियन महिलाएं थी.रिपोर्ट के अनुसार 1990 से 2017 के बीच हार्ट फेल के मामलों में 91.9 फीसद की बढ़ोतरी हुई है. एक अध्ययन के अनुसार 1990 से 2017 के दौरान हार्ट फेल के मामले करीब-करीब दोगुने हो गए हैं.

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अनियमित खानपान और तेजी से बदलती दिनचर्या

इस समय सोशल मीडिया पर ऐसे कई वीडियो वायरल हो रहे हैं.जिसमें व्यक्ति की अचानक मौत हो जा रही है और इसका कारण तेजी से बढ़ते हार्ट अटैक की खतरनाक बीमारी को बताया जा रहा है.जिसकी वजह अनियमित खानपान और तेजी से बदलती दिनचर्या को बताया जा रहा है. यूरोपियन जर्नल ऑफ प्रिवेंटिव कार्डियोलॉजी में प्रकाशित शोध के अनुसार हार्ट फेल के मामले 70 से 74 साल के पुरुषों में अधिक है.वहीं 75-79 साल की महिलाओं में हार्ट फेल के मामले ज्यादा है.

चीन और भारत में सबसे अधिक बढ़े

आपको बता दे कि बड़ी बात तो यह है कि 70 साल से अधिक उम्र की महिलाओं में पुरुषों की तुलना में हार्ट फेल के मामले अधिक हैं.इस रिपोर्ट में हम यह पाएंगे कि हार्ट फेल के मामले 1990-2017 के बीच चीन और भारत में सबसे अधिक बढ़े हैं.यानी किअगर हम सीधे तौर पर कहें तो यह एशिया में तेजी से बढ़ रहा है.इसलिए आवश्यकता है कि हम अपनी दिनचर्या में परिवर्तन लाएं और अपने खानपान में सुधार करें.

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