Supreme Court: भवानी रेवन्ना की जमानत रद्द करने की याचिका पर सुप्रीम कोर्ट में आज सुनवाई

Mona Jha
By Mona Jha
कर्नाटक हाई कोर्ट से भवानी को अपहरण मामले में मिली जमानत।
कर्नाटक हाई कोर्ट से भवानी को अपहरण मामले में मिली जमानत।

Prajwal Revanna:कर्नाटक में चर्चा का विषय बने अश्लील वीडियो कांड में एक महत्वपूर्ण मोड़ तब आया जब कर्नाटक पुलिस की विशेष जांच टीम (SIT) ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया। इस मामले के मुख्य आरोपित प्रज्वल रेवन्ना की मां, भवानी रेवन्ना, जिन्हें अग्रिम जमानत मिली थी, उसके खिलाफ SIT ने याचिका दायर कर जमानत रद्द करने की मांग की है। सोमवार को सुप्रीम कोर्ट में इस याचिका पर सुनवाई होनी है, जिसमें SIT ने भवानी रेवन्ना पर पीड़ित युवती के अपहरण में शामिल होने का गंभीर आरोप लगाया है।

Read more:Jammu-Kashmir में 7 साल बाद खत्म हुआ राष्ट्रपति शासन, नई सरकार गठन का रास्ता साफ

अश्लील वीडियो कांड में भवानी रेवन्ना की भूमिका

इस कांड का मुख्य आरोपित प्रज्वल रेवन्ना है, जबकि उनकी मां भवानी रेवन्ना पर आरोप है कि उन्होंने इस पूरे मामले में पीड़ित युवती का अपहरण किया था। युवती ने अपने बयान में सीआरपीसी की धारा 164 के तहत भवानी रेवन्ना की भूमिका का विस्तार से वर्णन किया है।

SIT के अनुसार, भवानी रेवन्ना इस पूरे मामले में अहम भूमिका निभा रही थीं, जिसके चलते उन्होंने अग्रिम जमानत के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की है।

Read more:Gautam Gambhir आज मना रहे हैं अपना जन्मदिन, कई बार अहम मैच में दिलाई जीत

SIT की याचिका और कपिल सिब्बल का तर्क

SIT की ओर से सुप्रीम कोर्ट में वरिष्ठ वकील कपिल सिब्बल ने इस मामले को पेश किया। उन्होंने बताया कि पीड़िता ने अपने बयान में भवानी रेवन्ना के खिलाफ गंभीर आरोप लगाए हैं। सिब्बल ने कोर्ट से अनुरोध किया कि भवानी रेवन्ना की अग्रिम जमानत को रद्द किया जाए, ताकि मामले की निष्पक्ष जांच की जा सके और न्याय प्रक्रिया बाधित न हो।

Read more:UP News: सिद्धार्थनगर में चलती बाइक में विस्फोट, दो युवक गंभीर रूप से घायल..

अग्रिम जमानत की शर्तें

भवानी रेवन्ना को अदालत ने कुछ शर्तों के साथ अग्रिम जमानत दी थी, जिनमें यह शर्त भी शामिल थी कि वह मैसूर और हसन जिलों का दौरा नहीं करेंगी। हालांकि, SIT का मानना है कि ये शर्तें मामले की गंभीरता को ध्यान में रखते हुए पर्याप्त नहीं हैं और इससे जांच में बाधा उत्पन्न हो सकती है। यही कारण है कि SIT ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर कर भवानी रेवन्ना की जमानत रद्द करने की मांग की है।

Read more:Bigg Boss 18 के पहले हफ्ते में बाहर हुआ ये कंटेस्टेंट…

SIT की जांच

SIT इस मामले में निष्पक्ष और विस्तृत जांच कर रही है। उनका दावा है कि भवानी रेवन्ना ने अपने बेटे प्रज्वल रेवन्ना के कुकर्मों को छिपाने के लिए पीड़िता के अपहरण में अहम भूमिका निभाई है।

ऐसे में भवानी की अग्रिम जमानत के चलते जांच में कठिनाई हो सकती है, इसलिए SIT ने जमानत रद्द करने की मांग की है। अब देखना यह होगा कि सुप्रीम कोर्ट इस मामले में क्या निर्णय लेता है और क्या भवानी रेवन्ना की जमानत रद्द की जाती है या नहीं।

Read more:Video Viral: छिपकली समझकर पाल लिया मगरमच्छ… फिर जो हुआ वो उड़ा देगा होश…

सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई का महत्त्व

यह सुनवाई कर्नाटक के इस बहुचर्चित सेक्स स्कैंडल के लिए महत्वपूर्ण मानी जा रही है। यदि सुप्रीम कोर्ट भवानी रेवन्ना की जमानत रद्द करता है, तो इससे SIT को मामले की जांच में और अधिक सशक्तता मिल सकती है। वहीं, यदि जमानत बहाल रहती है, तो यह मामला और पेचीदा हो सकता है।

Share This Article
Exit mobile version