Madhya Pradesh संवाददाता : आशु दुबे
Madhya Pradesh News: मध्य प्रदेश सरकार के मांस मछली अंडा खुले में न बेचने का जैसे ही आदेश आया वैसे ही प्रशासन ने सरकारी अस्पताल, धार्मिक स्थलो के पास स्थित मुर्गा मार्केट को बंद कर दिया, और पर्दे के अंदर अपना व्यापार सुचारू रूप से चालू करने के निर्देश दिए, जिसके चलते राहतगढ़ नगर के समस्त मांस मछली विक्रेताओं ने नगर के वार्ड क्रमांक 1 और 15 के मुख्य सड़क पर अपना व्यापार सुचारू रूप से चालू करने की प्लानिंग ही की थी कि, दुकानों के चालू होने से पहले ही यहां विरोध होने लगा है।
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मार्केट को व्यवस्थित कराया जाएगा..
बीते कुछ दिन पहले पुरुषों ने मंदिर, स्कूल कॉलेज की छात्राओं का हवाले देते हुए यहां मांस मछली की दुकान न रखने की अपील की थी, और आज कई महिलाएं सड़कों पर निकाली और एसडीएम से वार्ड क्रमांक 1 और 15 के मुख्य सड़क पर मांस मछली की दुकान ना रखने की अपील की है, इस दौरान महिलाओं ने भी मंदिर और स्कूल कॉलेज की छात्राओं के साथ जैन मुनि के निकलने का हवाला देते हुए कहा है कि, हम लोग यहां पर मांस मछली की दुकान नहीं खुलने देंगे,
अगर हमारी मांग नहीं मानी गई तो हम लोग आंदोलन भी करेंगे, वहीं पूरे मसले पर एसडीम अशोक सेन का कहना है कि, पहले के स्थान पर मार्केट का जगह और लोगों का विरोध था, इसलिए मार्केट दूसरी जगह शिफ्ट हो रही थी, लेकिन महिलाओं के विरोध के बाद समंजन के साथ जहां व्यवस्था होगी वहां मार्केट को व्यवस्थित कराया जाएगा।
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महिलाओं की मांगों पर कितना गौर फरमाती है प्रशासन
हम आपको बता दें यह वही महिलाएं हैं जिन्होंने कुछ महीना पहले बस स्टैंड पर स्थित शराब दुकान को हटाने के लिए संघर्ष किया था, कई बार ज्ञापन दिए थे और कई दिन धरने पर भी बैठी थी, थक हार कर प्रशासन, और आबकारी विभाग को महिलाओं के सामने झुकना पड़ा था, और शराब दुकान को हटाना ही पड़ा था, और अब वही महलाए मीट मार्केट का विरोध कर रही हैं, अब देखना यह होगा कि प्रशासन इन महिलाओं की मांगों पर कितना गौर फरमाती है, यह तो देखने वाली बात होगी..