Haryana Assembly Election 2024: बीजेपी नेताओं को निष्कासित करने की अफवाह… आखिरकार सच्चाई क्या है?

Aanchal Singh
By Aanchal Singh
savitri jindal

Haryana Assembly Election 2024: हरियाणा विधानसभा चुनाव (Haryana Assembly Election) का दंगल शुरु हो चुका है. सुबह से ही मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करने के लिए लंबी-लंबी कतारों में खड़े हुए है. इस बीच सोशल मीडिया पर एक पोस्ट जमकर वायरल हो रहा है. वायरल हो रहे पोस्ट में बीजेपी के चार नेताओं को पार्टी से निष्कासित करने का दावा किया गया है. इस पोस्ट में चार निर्दलीय प्रत्याशियों के नाम शामिल हैं, जिनमें कुरुक्षेत्र से बीजेपी सांसद नवीन जिंदल (Naveen Jindal) की मां सावित्री जिंदल (Savitri Jindal) का नाम भी है. इस पोस्टर के वायरल होते ही हरियाणा बीजेपी की ओर से इसका खंडन किया गया है. पार्टी ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर पोस्ट कर कहा कि “भारतीय जनता पार्टी हरियाणा द्वारा इस तरह की कोई भी चिट्ठी जारी नहीं की गई है.”

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वायरल पोस्ट पर बीजेपी ने किया खंडन

सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे पोस्ट में दावा किया गया है कि बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष मोहन लाल बड़ौली (Mohan Lal Badoli) की ओर से एक प्रेस नोट जारी किया गया है, जिसमें निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ रहे पार्टी के कार्यकर्ताओं को 6 साल के लिए पार्टी से निष्कासित करने का आदेश दिया गया है. पोस्ट में सावित्री जिंदल, गौतम सरदाना, तरुण जैन, और अमित ग्रोवर का नाम शामिल है. हालांकि, बीजेपी ने वायरल हो रहे पोस्ट को लेकर कहा है कि यह पोस्ट झूठी है और पार्टी ने इस तरह का कोई आदेश जारी नहीं किया है. यह अफवाह सिर्फ चुनावी माहौल में भ्रम फैलाने का एक प्रयास है.

सावित्री जिंदल की प्रतिक्रिया

आपको बता दे कि इस बारें में जब सावित्री जिंदल (Savitri Jindal) से सवाल किया गया, तो उन्होंने कहा, “इसके बारे में मुझे कुछ भी मालूम नहीं है. इसी कड़ी में आगे उन्होंने कहा कि मुझे कुछ पता लगेगा, तो मैं आपको जरूर बताऊंगी. मैं निर्दलीय चुनाव लड़ रही हूं, और हिसार परिवार की जो भी इच्छा होगी, मैं वही करूंगी. उन्होंने कहा कि मैं निष्कासन के बारे में फिलहाल कुछ नहीं कह सकती, क्योंकि मुझे इसके बारे में किसी भी तरह की कोई जानकारी नहीं है.”

आपकी जानकारी के लिए बता दे कि सावित्री जिंदल ने 2009 में कांग्रेस के टिकट पर हिसार सीट से जीत हासिल की थी, लेकिन साल 2014 के चुनाव में उन्हें हार का सामना करना पड़ा था. इस बार वह निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में मैदान में हैं, लेकिन बीजेपी से निष्कासन को लेकर उन्होंने अभी तक कोई ठोस बयान नहीं दिया है.

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नवीन जिंदल घोड़े पर सवार होकर पहुंचे

वहीं, दूसरी ओर, सावित्री जिंदल (Savitri Jindal) के बेटे और कुरुक्षेत्र से सांसद नवीन जिंदल चुनाव के दिन घोड़े पर सवार होकर वोट डालने पहुंचे. उन्होंने कहा, “घोड़े पर सवारी करना शुभ माना जाता है, और मैं इसे सकारात्मक रूप में देखता हूं. मेरी मां सावित्री जिंदल हिसार से चुनाव लड़ रही हैं, और वह हिसार के विकास के लिए बहुत कुछ करना चाहती हैं.” नवीन जिंदल ने अपनी मां के बीजेपी से बगावत करने के फैसले की सराहना की है. एक इंटरव्यू के दौरान उन्होंने कहा कि वह पार्टी के टिकट वितरण के फैसले को सही मानते हैं, लेकिन अपनी मां के फैसले का भी सम्मान करते हैं और उनका समर्थन करेंगे.

वायरल पोस्ट पूरी तरह से गलत और भ्रामक

आपकी जानकारी के लिए बता दे कि हरियाणा विधानसभा चुनाव के दौरान बीजेपी नेताओं को निष्कासित करने की वायरल पोस्ट पूरी तरह से गलत और भ्रामक बताया गया है. बीजेपी ने स्पष्ट किया है कि इस तरह की कोई चिट्ठी जारी नहीं की गई है. सावित्री जिंदल (Savitri Jindal) भी इस पर कोई ठोस जानकारी नहीं दे पाई हैं और उनका चुनावी संघर्ष जारी है.

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