Happy Baisakhi 2025: 13 अप्रैल रविवार को पूरे देशभर में बैसाखी उत्सव धूमधाम से मनाया जा रहा है इस अवसर पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशवासियों को शुभकामनाएं दीं हैं।साथ ही, जलियांवाला बाग हत्याकांड की बरसी पर शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की गई।देशभर में आज बैसाखी का पर्व धार्मिक, सांस्कृतिक और ऐतिहासिक उत्साह के साथ मनाया जा रहा है।बैसाखी का यह पर्व न सिर्फ किसानों के लिए विशेष महत्व रखता है,बल्कि यह खालसा पंथ की स्थापना की याद में भी मनाया जाता है।
देशभर में हर्षोल्लास से मनाया जा रहा बैसाखी उत्सव

वर्ष 1699 में श्री आनंदपुर साहिब स्थित तख्त श्री केसगढ़ साहिब में दशम गुरु श्री गुरु गोबिंद सिंह जी ने खालसा पंथ की स्थापना की थी।इस दिन से किसानों द्वारा रबी की फसल की कटाई शुरू की जाती है और यह पर्व समृद्धि, खुशहाली और सामाजिक एकता का प्रतीक माना जाता है।बैसाखी के साथ ही साथ देश के विभिन्न हिस्सों में मनाए जाने वाले नववर्ष पर्वों-जैसे-केरल में विषु, असम में बोहाग बिहू, बंगाल में पोयला बोइशाख, तमिलनाडु में पुतादुं पिरापु, महाराष्ट्र में वैशाखी, आंध्र प्रदेश में वैशाखादि और ओडिशा में मेषादी का भी उल्लास देखने को मिल रहा है।इन सभी पर्वों के अवसर पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने देश और विदेशों में बसे सभी भारतीयों को शुभकामनाएं दीं।
राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री ने दी देशवासियों को बधाई

अपने संदेश में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने सोशल मीडिया एक्स प्लेटफॉर्म पर लिखा,”वैशाखी, विषु, बोहाग बिहू, पोयला बोइशाख, मेषादी, वैशाखादि और पुतादुं पिरापु के शुभ अवसर पर मैं भारत और अन्य देशों में रह रहे सभी भारतीयों को हार्दिक शुभकामनाएं देती हूं।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी बैसाखी के पावन पर्व पर देशवासियों को शुभकामनाएं दीं।उन्होंने एक्स पर लिखा कि,सभी को बैसाखी की हार्दिक शुभकामनाएं! यह त्योहार आपके जीवन में नई उम्मीद, खुशी और समृद्धि लाए। हम हमेशा एकजुटता, कृतज्ञता और नवीनीकरण की भावना का जश्न मनाएं।
सीएम नायब सैनी ने आनंदपुर साहिब में टेका मत्था
हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने बैसाखी के मौके पर आनंदपुर साहिब गुरुद्वारे में प्रार्थन की और कहा,आज मेरे लिए यह बहुत गौरव का दिन है।जिस स्थान पर सरदार गुरु गोबिंद सिंह जी ने 1699 में खालसा पंथ की स्थापना की थी आज मुझे यहां आने का मौका मिला है।आज का दिन एक और घटना के साथ जुड़ा हुआ है जनरल डायर ने 13 अप्रैल 1919 को जलियांवाला बाग में निहत्थे लोगों पर गोली चलाने का आदेश दिया था।मैं उन सब शहीदों को भी आज नमन करता हूं।