Katni News: मध्य प्रदेश के कटनी जीआरपी थाने (Katni GRP police station) का एक वीडियो खूब वायरल हो रहा है..इस वीडियो में जीआरपी द्वारा महिला और 15 साल के नाबालिग के साथ मारपीट की जा रही है. इस वीडियो के वायरल होते ही बवाल मच गया.राजनीतिक हलकों में ये मामला तूल पकलने लगा. इस मामले को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी (Jitu Patwari) ने राज्य की बीजेपी सरकार पर तीखा हमला बोला है. जीतू पटवारी का कहना है कि बीजेपी के शासन में दलितों और आदिवासियों पर अत्याचार आम बात हो गई है. उन्होंने आरोप लगाया कि बीजेपी नेताओं द्वारा दलितों पर अत्याचार करने की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं. इस मामले को लेकर पटवारी कटनी जाकर पीड़ितों से मिलने का इरादा भी जताया है.
कांग्रेस का राज्य सरकार पर हमला
मध्यप्रदेश पीसीसी अध्यक्ष पटवारी (Jitu Patwari) ने एक इंटरव्यू में कहा कि कटनी का अपराध भले ही एक साल पुराना हो, लेकिन उसकी गंभीरता अभी भी कायम है. उन्होंने कहा कि अपराध छोटा या बड़ा नहीं होता, और बीजेपी की सरकार में दलितों और आदिवासियों पर अत्याचार आम हो गया है. जीतू पटवारी ने यह भी आरोप लगाया कि बीजेपी के नेता ही दलितों पर पेशाब करने जैसी घिनौनी हरकतें करते हैं. उन्होंने राज्य के मुख्यमंत्री और गृहमंत्री, जिनके पास दोनों जिम्मेदारियां एक ही व्यक्ति मोहन यादव के पास हैं, से सवाल किया कि उन्होंने अब तक इस मामले में क्या कार्रवाई की है.
पीड़ित परिवार से मुलाकात की योजना
प्रदेश के विपक्षी दल के नेता ने कहा कि वे पीड़ित परिवार से मिलने के लिए कटनी जा रहे हैं. उनकी कोशिश होगी कि राहुल गांधी (Rahul Gandhi) से भी पीड़ित परिवार की बातचीत करवाई जा सके. कांग्रेस की मांग है कि दलित महिला और उसके पोते से मारपीट करने वाली थानेदार अरुणा वाहने के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए. इसके साथ ही, कांग्रेस ने यह भी मांग की है कि आरोपी थानेदार के घर पर बुलडोजर चलाया जाना चाहिए, जैसा कि अन्य अपराधियों के मामलों में देखा गया है.
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वायरल वीडियो और पुलिस की सफाई
कटनी जीआरपी थाने का एक वीडियो वायरल होने के बाद राजनीतिक माहौल गरमा गया है. इस वीडियो में जीआरपी थाना इंचार्ज अरुणा वाहने एक दलित महिला कुसुम वंशकार और उसके नाबालिग पोते को डंडे से पीटते हुए नजर आ रही हैं. यह वीडियो अक्टूबर 2023 का बताया जा रहा है. पुलिस का कहना है कि कुसुम वंशकार का बेटा दीपक वंशकार एक कुख्यात बदमाश है, जिसके खिलाफ 17 मामले दर्ज हैं और वह रेल पुलिस के लिए मोस्ट वांटेड अपराधी था. उसके परिवार को पूछताछ के लिए जीआरपी थाने लाया गया था.
पूर्व सीएम ने मामले की निंदा की
इस मामले को लेकर पूर्व सीएम कमलनाथ ने निंदा करते हुए X पर लिखा है, मध्य प्रदेश के कटनी में जीआरपी पुलिस द्वारा एक दलित बच्चे और महिला को बेरहमी से पीटने की घटना बताती है कि मध्य प्रदेश में दलितों का जीवन सुरक्षित नहीं है. रक्षक ही उनके भक्षक बनते जा रहे हैं.
पुलिस पक्ष ने दी सफाई
जीआरपी थाना प्रभारी अरुणा वाहने ने सफाई दी है कि दीपक वंशकार पर 10 हजार रुपये का इनाम घोषित था और उसे पूछताछ के लिए उसके परिवार को बुलाया गया था. पुलिस का दावा है कि दीपक वंशकार के परिवार ने भी उसके अपराधों में उसका साथ दिया था. हालांकि, वीडियो के वायरल होने के बाद एसआरपी जबलपुर ने थाना प्रभारी अरुणा वाहने को हटाकर जांच का जिम्मा डीएसपी रेल को सौंप दिया है. एसपी रेल जबलपुर ने अपने ट्वीट में बताया कि यह मामला अक्टूबर 2023 का है और दीपक वंशकार पर 19 अपराध दर्ज हैं. अप्रैल 2024 में उसे कटनी से जिला बदर करने के आदेश दिए गए थे और उसकी गैंग हिस्ट्रीशीट भी खोली गई थी. इस मामले के सामने आने के बाद जीआरपी कटनी की थाना प्रभारी को हटाकर जांच के आदेश दिए गए हैं.
इस घटना ने राज्य में दलितों और आदिवासियों पर अत्याचार की बढ़ती घटनाओं को उजागर किया है. कांग्रेस ने इस मुद्दे पर बीजेपी सरकार की आलोचना की है और पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने की मांग की है. इस मामले में पुलिस की कार्रवाई और वायरल वीडियो ने प्रदेश की राजनीति को गरमा दिया है, और आने वाले दिनों में यह मुद्दा और बड़ा हो सकता है.
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