Global Times: केंद्र सरकार ने बुधवार को चीन के सरकारी सोशल मीडिया हैंडल “एक्स” (पूर्व में ट्विटर) पर प्रतिबंध लगा दिया है। यह कदम तब उठाया गया जब उक्त हैंडल से भारतीय सेना के खिलाफ अपुष्ट और भ्रामक दावे किए जा रहे थे। यह कार्रवाई भारत की तरफ से सूचना युद्ध और दुष्प्रचार के खिलाफ एक सख्त संदेश के रूप में देखी जा रही है।
भारतीय दूतावास की चेतावनी
बीजिंग स्थित भारतीय दूतावास ने चीन के मीडिया प्लेटफॉर्म ‘ग्लोबल टाइम्स’ को चेतावनी देते हुए कहा कि वे तथ्यों की पुष्टि किए बिना झूठी खबरें न फैलाएं। दूतावास ने एक्स पर एक पोस्ट में स्पष्ट कहा, “ग्लोबल टाइम्स न्यूज, हम आपको सलाह देंगे कि इस तरह की गलत सूचना को आगे बढ़ाने से पहले आप अपने तथ्यों को सत्यापित कर लें और अपने स्रोतों की जांच कर लें।”
ऑपरेशन सिंदूर पर अफवाहें
दूतावास ने अपने बयान में यह भी जोड़ा कि कई पाकिस्तान समर्थक सोशल मीडिया अकाउंट्स ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के नाम पर झूठे दावे फैला रहे हैं, जिससे भारतीय जनता को गुमराह किया जा रहा है। दूतावास ने कहा, “जब मीडिया आउटलेट स्रोतों की पुष्टि किए बिना ऐसी जानकारी साझा करते हैं, तो यह पत्रकारिता की नैतिकता और जिम्मेदारी में भारी चूक को दर्शाता है।”
राफेल विमान गिराए जाने की झूठी खबर का खुलासा
हाल ही में वायरल हुए एक पोस्ट में दावा किया गया था कि पाकिस्तान के बहावलपुर के पास एक भारतीय राफेल विमान को मार गिराया गया है। इस पर भारत सरकार की पीआईबी फैक्ट चेक टीम ने संज्ञान लिया और वायरल तस्वीर को भ्रामक बताया। पीआईबी ने स्पष्ट किया कि यह तस्वीर 2021 में मोगा, पंजाब में हुए एक मिग-21 विमान हादसे की है। साथ ही यह चेतावनी दी कि वर्तमान संदर्भ में पुरानी तस्वीरें फैलाकर अफवाह फैलाने वालों से सावधान रहें।
अरुणाचल प्रदेश पर चीन के दावे को भारत ने किया खारिज
इसी बीच, विदेश मंत्रालय ने भी चीन द्वारा अरुणाचल प्रदेश के कुछ स्थानों के नाम बदलने के प्रयासों पर सख्त आपत्ति जताई। मंत्रालय ने अपने आधिकारिक बयान में कहा, “चीन के ‘नामकरण’ से इस निर्विवाद सत्य में कोई बदलाव नहीं आएगा कि अरुणाचल प्रदेश भारत का अभिन्न और अविभाज्य हिस्सा है और हमेशा रहेगा।”
भारत का दो टूक संदेश
विदेश मंत्रालय ने चीन के प्रयासों को ‘व्यर्थ और निरर्थक’ करार देते हुए स्पष्ट किया कि भारत अपनी क्षेत्रीय अखंडता की रक्षा के लिए हर स्तर पर प्रतिबद्ध है। गलत सूचनाओं, दुष्प्रचार और संप्रभुता पर आघात के प्रयासों को भारत किसी भी स्थिति में बर्दाश्त नहीं करेगा। भारत ने चीन के मीडिया और सोशल मीडिया दुष्प्रचार का मुंहतोड़ जवाब देते हुए स्पष्ट कर दिया है कि वह राष्ट्रीय सुरक्षा, सूचना की सत्यता और क्षेत्रीय संप्रभुता से जुड़े मुद्दों पर कोई समझौता नहीं करेगा। सरकार का यह रुख देश की सुरक्षा नीति को और सुदृढ़ करता है।