वाराणसी-गाजीपुर-गोरखपुर फोरलेन पर एक दर्दनाक सड़क हादसा हुआ है, जिसमें आठ लोगों की जान चली गई और आठ अन्य लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। यह हादसा वाराणसी जिले के नंदगंज क्षेत्र स्थित कुसम्ही कलां में हुआ। हादसे के शिकार हुए लोग प्रयागराज स्नान से वापस लौट रहे थे। जब उनका पिकअप वाहन गोरखपुर लौटते वक्त खराब हो गया और उसके डाले का ढांचा टूट गया, जिससे यात्री सड़क पर गिर पड़े। इसके बाद पीछे से तेज रफ्तार ट्रक ने इन सभी को कुचल दिया, जिससे मौके पर ही आठ लोगों की मौत हो गई।
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22 लोग पिकअप वाहन में सवार

सूत्रों के मुताबिक, गोरखपुर जिले के बांसगांव क्षेत्र के हल्दीचक और बालोचक गांव के 22 लोग एक पिकअप वाहन में सवार होकर प्रयागराज में आयोजित कुंभ स्नान के लिए गए थे। शुक्रवार को वे वापस गोरखपुर लौट रहे थे। इसी दौरान उनकी पिकअप का डाला टूट गया, जिससे सभी यात्री सड़क पर गिर पड़े। इस भयावह दृश्य को देखकर पीछे से आ रहा तेज रफ्तार ट्रक अचानक वाहन चालक से नियंत्रण खो बैठा और गिरते हुए यात्रियों को कुचलते हुए आगे बढ़ गया। इस हादसे में मौके पर ही आठ लोगों की मौत हो गई, जबकि आठ अन्य लोग गंभीर रूप से घायल हो गए।
कितनों के साथ हुआ हादसा?
मृतकों में तीन महिलाएं, चार पुरुष और एक बच्चा शामिल हैं। दुर्घटना के बाद घटनास्थल पर अफरातफरी का माहौल था। आसपास के ग्रामीणों और राहगीरों ने तुरंत पुलिस और प्रशासन को सूचित किया। जानकारी मिलते ही पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी घटनास्थल पर पहुंचे और घायलों को तुरंत चिकित्सा सुविधा प्रदान करने के लिए नजदीकी अस्पताल भेजा। घायलों की स्थिति गंभीर बताई जा रही है और उन्हें प्राथमिक उपचार के बाद बेहतर इलाज के लिए राजकीय मेडिकल कॉलेज भेजा गया है।
मौके पर पहुंची जिलाधिकारी और प्रशासनिक टीम

घटना की सूचना मिलते ही आर्यका अखौरी भी मौके पर पहुंची और प्रशासनिक टीम को निर्देश दिए कि वे सभी घायलों को त्वरित उपचार दिलवाएं। इसके अलावा, उन्होंने मृतकों के परिवारों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की और प्रशासनिक स्तर पर सहायता देने का आश्वासन दिया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी इस हादसे पर गहरा दुख व्यक्त किया और मृतकों के परिवारों के प्रति अपनी संवेदना प्रकट की। उन्होंने जिला प्रशासन को निर्देश दिए कि घायलों को हर संभव चिकित्सा सहायता प्रदान की जाए और प्रभावित परिवारों को शीघ्र सहायता दी जाए।
हादसे पर मुख्यमंत्री ने कहा, इस दुखद घटना से….
मुख्यमंत्री ने कहा कि… इस दुखद घटना से वह बहुत मर्माहत हैं और सरकार शोक संतप्त परिवारों के साथ है। उन्होंने जिला प्रशासन को निर्देशित किया कि घायल व्यक्तियों के इलाज में कोई कसर न छोड़ी जाए और उन्हें शीघ्र स्वास्थ्य लाभ मिले। साथ ही, उन्होंने इस घटना में मारे गए लोगों के परिवारों को राहत राशि प्रदान करने का आदेश दिया। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि प्रशासन इस हादसे के कारणों का गहराई से अध्ययन करेगा और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों की टीम जुटी जांच में
स्थानीय प्रशासन ने हादसे की जांच शुरू कर दी है। पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों की टीम इस हादसे के कारणों का पता लगाने में जुटी हुई है। पिकअप के डाले का टूटना, ट्रक का वाहन पर चढ़ जाना और अन्य सभी पहलुओं की गहन जांच की जा रही है। हादसे के बाद स्थानीय पुलिस ने ट्रक चालक को गिरफ्तार कर लिया है और उससे पूछताछ जारी है।
घटनास्थल पर पहुंची पुलिस ने मृतकों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया है।स्थानीय लोगों और आसपास के ग्रामीणों का कहना है कि सड़क की स्थिति भी दुर्घटना का कारण हो सकती है। इलाके में खराब सड़कें और वाहन के लिए असुरक्षित माहौल हादसों को बढ़ावा दे रहे हैं। ग्रामीणों ने प्रशासन से सड़क के सुधार की मांग की है ताकि भविष्य में इस तरह के हादसों से बचा जा सके।
प्रशासन की ओर से सावधानी बरतने की अपील

सड़क हादसों में इस तरह की बढ़ोतरी के बीच, प्रशासन की ओर से सड़क सुरक्षा उपायों और वाहन चालकों को सावधानी बरतने की अपील की जा रही है। गोरखपुर-वाराणसी फोरलेन सड़क पर यातायात का दबाव लगातार बढ़ता जा रहा है, जिससे हादसों का खतरा भी अधिक हो गया है। प्रशासन ने इस मार्ग पर यातायात नियमों के उल्लंघन को रोकने के लिए और भी सख्त कदम उठाने की बात कही है।
स्थानीय लोगों में गहरी चिंता पैदा
यह सड़क हादसा पूरे इलाके को शोक में डुबो गया है और स्थानीय लोगों में गहरी चिंता पैदा की है। हादसे में जान गंवाने वालों के परिवारों में गहरा शोक व्याप्त है। प्रशासन ने मृतकों के परिजनों को सरकारी सहायता देने का आश्वासन दिया है और इस हादसे से हुए नुकसान को कम करने के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं।साथ ही, इस दुर्घटना ने यह भी दिखाया है कि सड़क पर सुरक्षा के उपायों को लेकर और भी कड़े कदम उठाने की आवश्यकता है, ताकि आने वाले समय में इस तरह की दर्दनाक घटनाओं से बचा जा सके।